- डीआरएम ने वर्चुअल प्रेस मीट में रेलमंडल की वर्तमान व भविष्य की योजनाओं का किया खुलाया
- कोरोना काल से पूर्व की यात्री सुविधाओं की बहाली परिस्थितियों पर निर्भर करेगी
तारकेश कुमार ओझा , खड़गपुर
खड़गपुर मंडल रेल प्रबंधक मनोरंजन प्रधान ने कहा है कि राज्य सरकार से स्वीकृति मिले तो लोकल ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सकता है. फिलहाल महकमा कोविड नियमों के अनुपालन को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है. गुरुवार को अपने कार्यालय में वर्चुअल प्रेस मीट को संबोधित करते हुए डीआरएम ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच भी हमने प्रतिदिन 31 जोड़ी मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन किया. लॉकडाउन खत्म होने के बाद कई और ट्रेनें चलाने की योजना है.
उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मंडल ने 26 भरी हुई और 13 खाली आक्सीजन ट्रेनें चलाई. 25 अप्रैल से 25 मई के बीच ‘यास’ तूफान के दौरान निर्धारित समय से पहले ही खड़गपुर – भद्रक संभाग पर रेल यातायात बहाल कर दिया गया. यह पूर्व प्लानिंग व तैयारियों का असर था कि रेलवे को अधिक नुकसान नहीं हुआ और यथाशीघ्र तत्परता बरतते हुए परिचालन को बहाल कर दिया गया.
डीआरएम ने कहा कि मंडल के सभी स्टेशनों पर कोरोना नियमों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. स्टेशन परिसरों में ‘नो मास्क, नो एंट्री’ का नियम लागू किया जा रहा है. मरीजों की सहायता के लिए मंडल रेलवे अस्पताल में दो वातानुकूलित एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है. कोविड मरीजों का गाइडलाइन के अनुसार बेहतर इलाज की व्यवस्था की गयी है और रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश के अनुसार उन्हें हर संभव राहत पहुंचायी जा रही है.
डीआरएम ने रेलमंडल में परियोजनाओं की भी जानकारी दी. बताया कि खड़गपुर के तीन महत्वपूर्ण पुलों का कार्य प्रगति पर है. रेल यातायात पूरी तरह से स्वाभाविक होने और कोरोना काल से पूर्व दी जाने वाली समस्त यात्री सुविधाओं को बहाल करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगा. मालूम हो कि कोविड को लेकर रेलवे ने विशेष ट्रेनें चलायी है जिसमें तमाम रियायतों को अभी रद्द रखा गया है. वर्चुअल मीडिया ब्रीफिंग में सीनियर डीसीएम आदित्य चौधरी समेत अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.