- अर्बन बैंक चुनाव में करारी शिकस्त के बाद नेताओं में बढ़ी बेचैनी, कर्मचारियों के बीच बहा रहे पसीना
KHARAGPUR : रेलवे यूनियनों की मान्यता को होने वाले चुनाव को लेकर रेल नगरी खड़गपुर में भी ट्रेड यूनियन गतिविधियां तेज होती जा रही है. जोन में अर्बन बैंक चुनाव में करारी हार का सामना कर रहे दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस यूनियन के नेताओं में नया जोश भरने AIRF के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा स्वयं पहुंचे. यहां गुरुवार को डीआरएम ऑफिस के पास दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस यूनियन की ओर से आयोजित सभा में महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने शिरकत की. सभा में एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा के अलावा सुकान्त मल्लिक, अभिजीत मल्लिक, कवि मल्लिक, कृष्णा राव और अजीत घोषाल, शिवजी शर्मा, एमके सिंह आदि उपस्थित थे .
यहां अपने संबोधन में शिवगोपाल मिश्रा ने फिर से दोहराया कि रेलवे का निजीकरण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यदि ऐसा हुआ तो हम आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि रेलवे कर्मचारियों के हक की लड़ाई हम लंबे समय से लड़ते आ रहे हैं. भविष्य में भी हम अपनी भूमिका का निर्वाह करते रहेंगे. यूनियन मान्यता के लिए मंडल के विभिन्न स्थानों पर प्रचार चल रहा है. शिवगोपाल मिश्रा ने उम्मीद जतायी कि रेलवे कर्मचारियों का विश्वास हमें प्राप्त होगा.
शिवगोपाल मिश्रा का खड़गपुर दौरा ऐसे समय में हुआ है जब बीते दो माह पूर्व ही दशकों से अर्बन बैंक पर काबिज दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस यूनियन के प्रबंधकीय नेतृत्व को कर्मचारियों ने बुरी तरह नकार दिया है. SERMU के लिए अर्बन बैंक के चुनाव परिणाम अप्रत्याशित रहे हैं. परिणाम के सामने आने के बाद से ही यूनियन नेताओं में मान्यता के चुनाव को लेकर चिंताएं बढ़ गयी है. रेलकर्मियों में भी यूनियन की पुरानी प्रतिष्ठा और नेताओं के बीच कलह को लेकर लगातार चर्चाएं हो रही है. यही कारण है कि चुनाव को लेकर मेंस यूनियन नेता आपसी गिले-शिकवे भूलाकर कर्मचारियों के बीच जा रहे और पसीना बहा रहा हैं.