दीपक कुमार दासगुप्ता
खड़गपुर व हावड़ा के बीच शनिवार को दुआ स्टेशन के नजदीक हृदय विदारक घटना में तीन गैंगमैनों की मौन ने रेलवे की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. रेल महकमे को हादसे से सुरक्षित रखने की कवायद में स्वयं गैंगमैन ही दुर्घटना का शिकार हो गए. तमाम सुरक्षा मानकों के बावजूद यह दुर्घटना कैसे और क्यों हुई , इसका पता तो गहन जांच के बाद ही लग पायेगा. लेकिन सच्चाई यही है कि अक्सर गैंग मैन इस तरह हादसे का शिकार होते रहते हैं. भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए गैंग मैन को अनिवार्य ड्रेस कोड की सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए.
सभी गैंग मैन को रेडियम युक्त लाल रंग का जैकेट दिया जाना चाहिए. जिससे वे दूर से ही नजर आ जाए और समय रहते सुरक्षा उपाय किए जा सके. अगर ड्रेस कोर्ड दिया गयाहै तो यह अनिवार्य किया जाये कि हर हाल में पटरी पर काम करने के दौरान उसे गैंगमैन पहने. सामान्य ड्रेस में रहने से भ्रम की स्थिति भी हादसे का कारण बनती है. इसलिए गैंग मैन की सुरक्षा का पूरा प्रबंध रेल महकमे को करना चाहिए. इसी के साथ गैंगमैनों को समय – समय पर सेफ्टी ट्रेनिंग भी दी जानी चाहिए , जिसके तहत उन्हें इस बात का प्रशिक्षण दिया जाए कि आपदा और हादसे की स्थिति में वो कौन सा तात्कालिक कदम उठा कर अपनी जान बचा सकते हैं.