कोलकाता. खड़गपुर रेल मंडल में सहायक लोको पायलट गुड्डू कुमार केसरी का शव शनिवार को संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से झूलता मिला. यह खबर मिलते ही सहयोगी लोको पायलट उग्र हो गये और ट्रेनों का परिचालन बाधित कर दिया. यहां के लोको चालकों ने रेलवे पदाधिकारियों पर कर्मचारियों के मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है. खड़गपुर क्रू लॉबी में लोको पायलट, सहायक लोको पायलट और गार्डों ने प्रदर्शन कर अपना विरोध भी जताया है. शनिवार की सुबह दस बजे से देर रात खड़गपुर से टाटा, भद्रक, आद्रा डिवीजन में एक भी मालगाड़ी का पारिचालन नहीं हो सका. ट्रेनों के खड़गपुर पहुंचने पर कोई रिलीवर नहीं आया.
प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि पीड़ित पारिवारिक कारणों से छुट्टी पर जाना चाहता था, लेकिन अधिकारी उसकी छुट्टी मंजूर नहीं कर रहे थे. आवश्यक कार्य वश वह तीन दिन की (19 से 21 ) छुट्टी पर चला गया, वापस लौटने पर उसे बिना वेतन कर दिया गया था. इससे वह मानसिक तौर पर परेशान था. बताया जाता है कि पिछले 10 दिन से उसे ड्यूटी नहीं देकर परेशान किया जा रहा था. प्रदर्शनकारियों ने मृतक के आश्रित को 50 लाख रुपये मुआवजा, आश्रित को ग्रुप सी में नौकरी और सीसीजी एलके बेहरा, सीसीसी सुनील कुमार के खिलाफ मृतक को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करने की मांग की है. मृतक हजारीबाग का रहने वाला था और खड़गपुर के पुरातन बाजार के समीप रहता था. हालांकि जांच व कार्रवाई के आश्वासन के बाद लोको पायलट माने.
चक्रधरपुर व दूसरे मंडलों में भी विरोध प्रदर्शन
लोको पायलट के आत्महत्या की खबर मिलते ही सहयोग आक्रोशित हो गये है. जोन के कई मंडलों में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया है. शनिवार की शाम चक्रधरपुर की क्रू लॉबी में लोको पायलटों ने बैठक कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने चेताया कि अगर ऐसा चलता रहा तो वह ट्रेन रोकने को बाध्य होंगे. बैठक में प्रेम कुमार, श्याम किशोर, अशोक कुमार, आरके राना, आरके चौधुरी, संतोष कुमार, चंदन कुमार आदि शामिल थे.
आदित्यपुर में भी विरोध प्रदर्शन, शोक सभा
सहायक लोको पायलट की मौत के बाद उसकी आत्मा की शांति के लिए आदित्यपुर चालक व गार्ड लॉबी में भी बैठक कर प्रार्थना की गयी. मेंस यूनियन के आदित्यपुर शाखा सचिव डी अरुण, उपाध्यक्ष मुकेश सिंह, एलआरएसए के रविंद्र, एआइपीसी के आर सिंह, सिवेश कुमार आदि ने घटना पर दु:ख जताते हुए न्याय की मांग की है.