तारकेश कुमार ओझा , खड़गपुर
सर्दियों में कंबल केवल एक वस्तु नहीं , बल्कि यह उत्ताप … या यूं कहें जीवन का दान है . 22 वें खड़गपुर पुस्तक मेले के अंतिम चरण में आयोजित कंबल वितरण समारोह को आयोजकों ने काफी कुछ इसी रूप में परिभाषित किया . कारपोरेट संस्थान और आयोजकों की इस पहल से पुस्तक मेले के साथ सामाजिक सरोकार का अभिन्न पहलू भी जुड़ गया .
पुस्तक मेले में पहली बार कंबल वितरण का यह कार्यक्रम स्थानीय वाणिज्यिक संस्थान ” साईं सल्फोनेट प्राइवेट लिमिटेड ” की पहल पर किया गया था . टाउन हाल में चल रहे पुस्तक मेला परिसर में बने ‘ गौतम चौबे मंच ‘ पर कोरोना नियमों का पालन करते हुए शनिवार को जरूरतमंदों को कंबल दिया गया . इस अवसर पर मेला आयोजन समिति के सचिव देवाशीष चौधरी , प्रख्यात साहित्यकार सुनील माझी , समाजसेवी बी . हरीश कुमार , सुखमय प्रधान तथा साईं सल्फोनेट की ओर से बासुदेव दास , प्रशांत दे , जन्मजेय पांडा , जयदीप कोले व सुरजीत दत्ता आदि उपस्थित रहे .
अपने संबोधन में वासुदेव दास ने कहा कि ‘ सामाजिक सरोकार के तहत हमने पुस्तक मेला कमेटी को कंबल वितरण का प्रस्ताव रखा … कमेटी के आभारी हैं जो उन्होंने हमारा प्रस्ताव स्वीकार किया .
बोई मेला कमेटी के सचिव देवाशीष चौधरी ने कहा कि ‘ इस कोरोना काल में भी प्रशासन ने हमें मेला करने की छूट इसलिए दी है , क्योंकि हम सारे नियमों का पालन कर रहे हैं . कूपन पर लगातार तीन दिनों तक कंबल दिए जाएंगे . पाने वालों को जल्दबाजी दिखाने की कोई आवश्यकता नहीं है . सभी को कंबल मिलेगा .