- पूर्व छात्रों ने अपनी व्यावसायिक उपलब्धियों और स्कूल की खट्टी-मीठी यादों को साझा किया.
KHARAGPUR. पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2, खड़गपुर में पूर्व छात्र पुनर्मिलन समारोह उद्भव 2024 का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में वर्ष 1992 से 2018 के बीच उत्तीर्ण हुए पूर्व छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी रही. इस समारोह का उद्देश्य विद्यालय की विरासत को संरक्षित करने एवं विद्यालय और उसके पूर्व छात्रों के बीच के सम्बन्ध को प्रगाढ़ करना बताया गया .
कार्यक्रम की शुरुआत में मेहमानों को पुष्पगुच्छ देकर गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया गया. औपचारिक कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य संग्राम बैनर्जी, प्रधानाध्यापिका श्रीमती रतना बासु और 1992 बैच के कुछ पूर्व छात्रों द्वारा ज्ञान के प्रतीक दीप प्रज्ज्वलित करने के साथ हुई. प्राथमिक विभाग के छात्रों द्वारा प्रस्तुत स्वागत गीत और नृत्य ने माहौल को और भी खुशनुमा बना दिया. प्राचार्य संग्राम बनर्जी ने स्वागत भाषण दिया और विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों से आए हुए पूर्व छात्रों को उनकी व्यस्ततम ज़िन्दगी से कुछ पल निकालकर यहां उपस्थित होने के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया तथा विद्यालय की प्रतिष्ठा एवं उन्नति को साकार रूप देने में उनके योगदान के महत्व पर जोर दिया.
उन्होंने यह भी घोषणा की कि अगले वर्ष से पूर्व छात्र मिलन समारोह 15 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा, जोकि केवीएस का स्थापना दिवस है. तत्पश्चात् बेहद प्रतीक्षित पल आया जिसमें पूर्व छात्रों का अभिनंदन और उनका परिचय था, जहां पूर्व छात्रों ने अपनी व्यावसायिक उपलब्धियों और स्कूल की खट्टी-मीठी यादों को साझा किया. सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम में जीवंतता ला दी. विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा एक समूह गीत गाया गया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. इसके बाद एक जीवंत गरबा नृत्य प्रदर्शन किया, जिसमें कई लोगों ने लयबद्ध ताल पर अपने पैर थिरकाए.
कार्यक्रम का समापन प्रधानाध्यापिका रत्ना बसु द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने कार्यक्रम की सफलता में योगदान देने वाले पूर्व छात्रों, कर्मचारियों और छात्रों के प्रति आभार व्यक्त किया. केंद्रीय विद्यालय गीत के गायन के साथ समारोह का समापन हुआ जिसे सुनकर सभी गैरवान्वित हुए.
वक्ताओं ने कहा कि पीएम श्री केवी नंबर 2, खड़गपुर में पूर्व छात्र मिलन समारोह 2024 न केवल पुरानी यादों का उत्सव था, बल्कि स्कूल और उसके छात्रों के बीच स्थायी संबंधों की पुष्टि भी थी. यह आने वाली पीढ़ियों के लिए स्कूल द्वारा रखी गई मजबूत नींव की याद दिलाता है.