- आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन ने डीजी सेफ्टी बृजमोहन अग्रवाल से मिलकर सेफ्टी की अवहेलना पर उठाये गंभीर सवाल
- कहा – कोच बनाने की अंधी दौड़ में आउटसोर्सिंग को बल देकर आम लोगों की सुरक्षा से किया जा रहा है खिलवाड़
- 10 हजार कर्मचारियों को 1000 कोच बनाना था, 6200 कर्मचारियों को दे दिया 7500 जीएसयू बनाने का लक्ष्य
Kapurthala RCF : आरसीएफ कपूरथला के दौरे पर पहुंचे रेलवे बोर्ड के डीजी सेफ्टी बृजमोहन अग्रवाल का आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन के नेतृत्व में कर्मचारियों ने घेराव किया और मांगपत्र देकर अपनी बात रखी. आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन के महासचिव सर्वजीत सिंह ने कहा कि कोच बनाने की अंधी दौड़ में आउटसोर्सिंग को बल देकर आम लोगों की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा. रेलकर्मी खराब मशीनरी के साथ असुरक्षित माहौल में काम कर रहे. यूनियन का आक्रोश इस बात को लेकर अधिक था कि रेलवे बोर्ड के महानिदेशक सुरक्षा के दौरे में मान्यता प्राप्त यूनियनों को उनसे मिलने का समय नहीं दिया गया.
हालांकि बाद में जब यूनियन को मौका दिया गया तो नेताओं ने गंभीरता से अपनी बात संरक्षा महानिदेशक के सामने रखी. यूनियन की ओर से बताया गया कि आरसीएफ ने 10 हजार कर्मचारियों से प्रतिवर्ष 1000 जीएस कोच बनाने का लक्ष्य दिया गया था लेकिन इस साल आरसीएफ को 6200 कर्मचारियों के साथ 2573 एलएचबी कोच यानि 7500 जीएसयू बनाने का लक्ष्य दे दिया गया है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए आरसीएफ को 13 हजार से ज्यादा नए कर्मचारियों की जरूरत पड़ेगी. इस मौके पर आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन के अध्यक्ष अमरीक सिंह, हरविंदरपाल, भारत राज, तलविंदर सिंह, प्रदीप सिंह, त्रिलोचन सिंह, जसपाल सिंह सैंखो, शरणजीत सिंह, संजीव कुमार, चंद्रभान, निर्मल सिंह, रघुवीर सिंह, जगदीप सिंह, गुरजिंदर सिंह, रामदास, विनोद कुमार आदि मौजूद थे.
यूनियन ने डीजी सेफ्टी को बताया कि रेलवे ठेकेदारी, आउटसोर्सिंग, निजीकरण से कर्मचारियों को जुटाकर जो लक्ष्य हासिल करना चाह रहा है वह सेफ्टी के साथ बड़ा खिलवाड़ा है. यह कार्य वंदे भारत कोचों के साथ भी किया जा रहा. यह आम लोगों की सुरक्षा से जुड़ा हुआ मामला है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए. हालांकि यूनियन से बातचीत में डीजी सेफ्टी बृजमोहन अग्रवाल ने स्पष्ट कहा कि कोच भले ही कम बने लेकिन कर्मचारियों तथा कोचों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाना. उन्होंने यूनियन को आश्वस्त किया कि सुरक्षा तथा रेल कोच फैक्ट्री के कोचों की गुणवत्ता को ध्यान में रखकर आगे कार्य किये जायेंगे.