KANPUR. कानपुर-कासगंज-मथुरा रेलवे लाइन की भटासा रेलवे स्टेशन के निकट शुक्रवार रात बड़ा हादसा होने से बच गया. रेलवे लाइन पर पेड़ का तना रखकर कासगंज-फर्रुखाबाद पैसेंजर को पलटने की साजिश रची गई थी. चालक ने समय रहते इमरजेंसी ब्रेक लगाकर घटना को टाल दिया. पेड़ का तना इंजन में फंस गया था, इस कारण ट्रेन 35 मिनट तक वहां खड़ी रही.
05389 कासगंज-फर्रुखाबाद पैसेंजर रात करीब 11:30 बजे भटासा हाल्ट स्टेशन से 300 मीटर आगे बढ़ी थी तभी चालक ने रेलवे लाइन पर पेड़ की लकड़ी का बड़ा टुकड़ा देखा और इमरजेंसी ब्रेक लगाई. हालांकि लकड़ी का टुकड़ा इंजन में फंस गया. उस समय ट्रेन की रफ्तार 90 किलोमीटर प्रति घंटा थी. ट्रेन चालक व अन्य कर्मचारियों ने गेटमैन से लोहे की मोटी रॉड लेकर इंजन में फंसे लकड़ी के टुकड़े को बाहर निकाला.
ट्रेन के फर्रुखाबाद रवाना होने के बाद कायमगंज के आरपीएफ चौकी प्रभारी सुशील ने मौके पर पहुंचकर जांच की. शनिवार को पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी, आरपीएफ इज्जतनगर में तैनात इंस्पेक्टर राजेश कुमार, रेलवे के एरिया ऑफिसर राजेश कुशवाहा भी मौके पर पहुंचे. आरपीएफ का डॉग स्क्वायड भी बुलाया गया. वहीं ट्रेन चालक ने पेड़ के टुकड़े को शमसाबाद रेलवे स्टेशन पर रेलकर्मियों के हवाले कर दिया.
लकड़ी का यह टुकड़ा वजन 35 किलो वजनी, 1.37 मीटर लंबी और औसतन 65 सेमी गोलाई का था. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और उसकी जांच कर रही है. आरपीएफ प्रभारी अंकुश कुमार की माने तो पास के एक खेत में पेड़ कटा पड़ा है. हो सकता है कि लकड़ी उठाकर किसी ने ट्रैक पर डाल दी हो अथवा ले जाते समय लकड़ी गिर गई हो और इसी बीच ट्रेन आ गई हो. मामले की जांच की जा रही है.