वीवीआइपी की चापलूासी मेें अतिथि देवो भव का मंत्र भूल गये रेलवे अधिकारी
25 जनवरी को मानस भवन में कार्यक्रम की कवरेज करने पहुचे पत्रकार से भेदभाव
जबलपुर. पश्चिम मघ्य रेलवे जोन के जबलपुर में रेलवे के रिपोर्टर रेल प्रबंधन की भूमिका और कार्यशैली से नाखुश है. आलम यह है कि यहां आयोजित कार्यक्रम में अब रेलवे पदाधिकारियों को बाहर से पत्रकारों को बुलाना पड़ रहा. रेलवे के कार्यक्रम का रेलवे रिपोर्टर अघोषित रूप से विरोध दर्ज करा रहे है. हालांकि अब तक रेल प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और लगातार अपनी पीठ स्वयं थपथपाने में जुटा है. यहां तक की रेलवे पदाधिकारी अपने आयोजन में बुलाये गये पत्रकारों को वाजिब सम्मान तक देना भूल गये है. इसे लेकर यहां विरोध बना हुआ है.
बताया जाता है कि 25 जनवरी को मानस भवन में जोनल रेलवे की ओर से गीत संगीत का कार्यक्रम आयोजन सांस्क्रतिक अकादमी द्वारा किया गया था. इसमें स्वादिस्ट व्यंजन तैयार कर शानदार प्लेटो में रेलवे के आला अधिकारियों को परोसा गया लेकिन कार्यक्रम का कवरेज करने गए पत्रकार, फोटोग्राफरों को कागज के पैकेट थमा दिये गये. इस घटना से पत्रकारों के आत्म सम्मान को ठेस लगी. हालांकि सांस्क्रतिक अकादमी आयोजित गीत संगीत कार्यक्रम में स्वयं जीएम अजय विजयवर्गीय, डीआरएम सहित ज़ोन और मंडल के सेकड़ो बड़े अधिकारी शामिल थे. बावजूद रेल कर्मियो, पत्रकार, फोटोग्राफर और चेनल वालो के साथ जो व्यवहार स्थानीय अधिकारियों ने किया वह सभ्य समाज में भी स्वीकार्य नहीं है. यहां कागज के पैकेटो में समोसे रखकर कवरेज करने गए पत्रकार को थमा दिया गया.
पूरे आयोजन में खास बात यह रही कि रेलवे खबरों को कवरेज करने वाले एक भी पत्रकार आयोजन में नही गया था. जो पत्रकार, फोटोग्राफर और केमरामेन गए थे वह भी सीपीआरओ के आमंत्रण पर पहुंचे थे. इसके बावजूद जनसंपर्क पदाधिकारी अपनी जिम्मेदारी भूलकर रेलवे अधिकारियों की आवभगत में ऐसे जुटे की अतिथि देवो भव का मंत्र भी भूल गये. हालांकि पूरे मामले को श्रमजीवी पत्रकार परिषद ने जीएम ओर रेलमंत्री तक ले जाने का निर्णय लिया है.