JHANSI. झांसी रेल मंडल के अंतर्गत दैलवारा और ललितपुर सेक्शन के मध्य टूटी पटरी पर ट्रेन दौड़ाने के मामले में रेल ने सख्त एक्शन लिया है. इस मामले की जांच के बाद पीडब्ल्यूआई को निलंबित कर दिया गया है जबकि एसएसई को चार्जशीट जारी की गई है. इस सख्त कार्रवाई से रेलवे कर्मचारियों में हड़कंप मचा है.
गौरतलब है कि बीते सोमवार को अपने निर्धारित समय से 10 घंटे की देरी से चल रही ट्रेन केरला एक्सप्रेस (12625) दोपहर 2 बजे बीना पहुंची थी. यहां झांसी मंडल में दैलवारा से ललितपुर के बीच ट्रैक टूटे होने पर रेलकर्मी ट्रैक मरम्मत का कार्य कर रहे थे. इसी बीच केरला एक्सप्रेस तेज गति से वहां आ गई, यहां काम रहे रेलकर्मियों ने ट्रेन को लाल झंडी दिखाकर रोकने का प्रयास किया, लेकिन ट्रेन नहीं रुकी. रेलकर्मी ट्रैक छोड़कर भाग खड़े हुए. इस दौरान जब ट्रेन के ड्राइवर की नजर लाल झंडी पर पड़ी तो उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर दिए लेकिन तब तक ट्रेन के तीन कोच टूटी हुई पटरी से आगे निकल चुके थे. एकाएक लगे ब्रेक के चलते ट्रेन में जोरदार झटका लगने से यात्रियों में अफरातफरी मच गई थी. जब ट्रेन शाम 5 बजे झांसी पहुंची तो यहां यात्रियों ने रेल प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की.
मौके पर पहुंची आरपीएफ ने किसी तरह यात्रियों को समझा कर ट्रेन रवाना किया था. जांच के बाद इस मामले में एक बार फिर रेलवे की लापरवाही उजागर हुई है. मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए थे. जांच में पीडब्ल्यूआई और एसएसई की लापरवाही उजागर हुई है. इस बारे में जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि लापरवाही पर पीडब्ल्यूआई स्कन्द भटनागर को निलंबित कर दिया गया है. जबकि एसएसई मनोज खरे को चार्जशीट दी गई है. साथ ही रेलवे के प्रशासनिक अफसरों ने रेलवे पटरी पर काम रहे इंजीनियरिंग विभाग को चेतावनी भी दी गई है.