JAMSHEDPUR. 2016 बैच के आईपीएस अधिकारी ऋषभ झा को दूसरी बार गैलंट्री अवॉर्ड मिल रहा है. केंद्र सरकार की ओर से जारी गई सूची में युवा आईपीएस अधिकारी को वर्ष 2019 के फरवरी महीने में खूंटी-गुमला बॉर्डर पर हुए उग्रवादी गुज्जू गोप के एनकाउंटर के लिए यह अवार्ड प्रदान किया गया है. ऋषभ झा वर्तमान में जमशेदपुर के रेल एसपी के पद पर तैनात हैं.
ऋषभ झा को इससे पहले 2022 में भी गैलंट्री अवॉर्ड मिला था. मौजूदा पुरस्कार उन्हें पीएलएफआई के 10 लाख के इनामी उग्रवादी गुज्जू गोप के दस्ते के साथ हुई भीषण मुठभेड़ में उत्कृष्ट वीरता के लिए दिया गया है. इस एनकाउंटर में तीन उग्रवादियों की मौत हुई थी जबकि 10 लाख रुपए का इनामी एक उग्रवादी रांची से गिरफ्तार किया गया था.
फरवरी 2019 को पीएलएफआइ उग्रवादी के साथ हुई मुठभेड़ में 10 लाख के ईनामी उग्रवादी गुज्जू गोप उर्फ श्याम गोप उर्फ करण उर्फ दादा उर्फ गुरुजी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था. इस टीम का नेतृत्व बतौर एसडीपीओ ऋषभ कुमार झा कर रहे थे.
ऋषभ कुमार झा को इससे पहले भी वीरता पदक से सम्मानित किया जा चुका है. ऋषभ झा के नेतृत्व में हुए इनकाउंटर में मारे गये गुज्जू मूल रूप से खूंटी जिले के रनिया थाना क्षेत्र के कोंटांगेर का रहने वाला था. उसके खिलाफ सिमडेगा, गुमला, खूंटी समेत अन्य थाना में करीब 31 मामले दर्ज थे. वह सब इंस्पेक्टर विद्यापति सिंह और एक अन्य जवान की हत्या में शामिल था.
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के अलग-अलग राज्यों के पुलिस अधिकारियों को उनकी वीरता के लिए अलग-अलग अवार्ड के लिए चुना गया है. इस वर्ष झारखंड में कुल 23 पुलिस अधिकारियों को यह अवार्ड प्रदान किया जा रहा है. जमशेदपुर रेल एसपी एसपी ऋषभ झा को इस उपलब्धि के लिए रेलहंट की ओर से बधाई और शुभकामनाएं.