- फायरिंग कर फरार आरपीएफ जवान चेतन कुमार चौधरी को रेल पुलिस ने हथियार के साथ किया गिरफ्तार
MUMBAI. सोमवार की सुबह 5.25 बजे जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस (12956) में (RPF) रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के कॉन्स्टेबल ने ऑटोमैटिक राइफल से फारयिंग कर असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) समेत चार लोगों की हत्या कर दी. मरने वालों में तीन यात्री भी शामिल हैं. घटना पालघर रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के कोच बी-5 में होने की बात कही गयी है. घटना के समय अधिकांश यात्री सो रहे थे.
मौके पहुंचे डीआरएम
जीआरपी के जवानों ने आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल चेतन कुमार चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है. उसके पास से राइफल भी जब्त कर ली गयी है. रेलवे अधिकारियों के अनुसार ASI टीका राम मीणा एस्कॉर्ट ड्यूटी पर थे. आरोपी कॉन्स्टेबल चेतन कुमार चौधरी भी उनके साथ ऑन डयूटी था. फायरिंग को अंजाम देने के बाद कांस्टेबल दहिसर स्टेशन के पास ट्रेन से उतर कर भाग गया. उसे बोरीवली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
ट्रेन से उतारे गये मृतकों के शव
फायरिंग के कारणों की जांच रेल पुलिस कर रही है. ट्रेन जयपुर से मुंबई जा रही थी. प्रत्यक्षदर्शी यात्रियों के अनुसार आरपीएफ के जवान ने पहले अपने अधिकारी टीका राम को गोली मारी. इसके बाद दूसरी बोगी में जाकर उसने अचानक तीन यात्रियों पर फायरिंग कर दी. चोरों की मौत हो गयी है. फायरिंग से बी 5 कोच व पेंट्री एरिया प्रभावित रही है.
सुमित ठाकुर, सीपीआरओ, वेर्स्टन रेलवे
सीपीआरओ/वेर्स्टन रेलवे सुमित ठाकुर ने बताया कि फायरिंग के कारणों की जांच के अलावा मरने वाले पैसेंजर की पहचान की जा रही है. यह घटना दुखद और अप्रत्याशित थी. इसमे किसी को कुछ समझने से पहले ही आरपीएफ के जवान ने फायरिंग को अंजाम दिया और फरार हो गया. आरोपी जवान को गिरफ्तार कर लिया गया है.
आरपीएफ जवान के फायरिंग करने के कारणों की जांच कर दी गयी है. यह पता लगाया जा रहा है कि आखिर आरपीएफ जवान ने ऐसी हरकत क्यों की? आखिर उसने ASI टीका राम मीणा को गोली क्याें मारी? दोनों में पहले से क्या विवाद था? आखिर ऐसा क्या हुआ कि अचानक जवान ने फायरिंग शुरू कर दी और सीधे ASI टीका राम मीणा को निशाने पर ले लिया? अगर जवान चेतन का आक्रोश एएसआई को लेकर था तो फिर तीन यात्रियों को गोली मारने के क्या कारण थे? पूरी घटना आरपीएफ के सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर रही है.