- इंडियन रेलवे में अब तक की सबसे अधिक राजस्व वसूली, जबलपुर मंडल में मुख्य टिकट निरीक्षक है आशीष
- जबलपुर रेल मंडल के उड़नदस्ते के 16 टीटीई ने भी एक -एक करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व दिया है
जबलपुर/नई दिल्ली.
पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेलमंडल के मुख्य टिकट निरीक्षक आशीष यादव ने इंडियन रेलवे में सर्वाधिक राजस्व वसलूी का रिकार्ड तोड़ते हुए एक साल में 1.70 करोड़ रुपये जमा कराया है. आम तौर पर रेलवे का एक टिकट निरीक्षक औसतन एक साल में प्रतिदिन आठ केस बनाकर 6.3 लाख रुपये का राजस्व देता है. ऐसे में जबलपुर रेल मंडल के सीटीआई ने आशीष यादव ने 20,600 यात्रियों को पकड़ कर एक करोड़ 70 लाख रुपये का जुर्माना वसूल किया है.
जबलपुर में यह उपलब्धि अकेले सीटीआई आशीष यादव ने नहीं दर्ज की है बल्कि वाणिज्य विभाग के अधीन उड़नदस्ते के 16 निरीक्षकों ने वित्तीय वर्ष में मार्च के प्रथम सप्ताह में ही एक-एक करोड़ से अधिक का राजस्व अर्जित कर इंडियन रेलवे के इतिहास में नया कारनामा कर दिखाया है. यह राशि बिना टिकट यात्रा करने वालो से वसूली गयी है.
पूरे इंडियन रेलवे में व्यक्तिगत रूप से सर्वाधिक राजस्व एकत्रित करने का रिकार्ड आशीष यादव ने बनाया है. वित्तीय वर्ष में मार्च माह के अंत तक उनका राजस्व दो करोड़ तक पहुंचने की संभावना है. उड़न दस्ते में शामिल 42 सदस्यों ने कुल 71 करोड़ रुपये का राजस्व वित्तीय वर्ष में अर्जित किया है. उम्मीद है कि मंडल का यह प्रदर्शन भारतीय रेल में प्रथम स्थान पर रहेगा.
विश्वरंजन, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, जबलपुर
सीनियर डीसीएम, जबलपुर विश्वरंजन ने मीडिया से बातचीत में बताया कि रेलमंडल के उड़न दस्ते की टीम में उमेश कुमार मिश्रा, विनय भार्गव, एस.जी.अनवर खुशनूर, विनय खरे, सुजीत कुमार, वीरेन्द्र यादव, राकेश सिंह, रुमित सिंह, सागर समुद्रे व आर.एस.भुल्लर ने भी डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना अब तक वसूल चुके हैं. उड़न दस्ते में शामिल 42 सदस्यों ने अब तक टिकिट जांच से कुल 71 करोड़ रुपये का राजस्व वित्तीय वर्ष में अर्जित किया है. उन्होंने अनुमान लगाया कि इस माह के शेष 20 दिनों मे 75 से 76 करोड़ रुपए तक राजस्व पहुंच सकता है. अगर ऐसा हुआ तो जबलपुर मंडल का यह राजस्व प्रदर्शन पश्चिम मध्य रेलवे के इतिहास में सबसे बड़ा होगा.
इससे पहले 2019 में सेंट्रल रेलवे मुंबई के चार टीटीई ने मिलकर रेलवे को एक साल में चार करोड़ से अधिक का मुनाफा कराकर सुर्खियां बटोरी थी. एक साल में 22,680 बेटिकट यात्रियों से 1.51 करोड़ रुपये जुर्माना वसूलकर सेंट्रल रेलवे (सीआर) फ्लाइंग़ स्क्वाड के टीटीई एसबी गलांदे रिकार्ड तोड़ा था. गलांदे के साथ तीन अन्य टिकट निरीक्षकों ने भी बेटिकट यात्रियों से बतौर जुर्माना 2019 में एक-एक करोड़ रुपए वसूली का रिकार्ड बनाया है. इनमें 20657 केस देकर सीटीआई रवि कुमार ने 1.45 करोड़, 16035 केस देकर 1.07 करोड़ और डी कुमार ने 15264 केस देकर 1.02 करोड़ राजस्व वसूलकर क्रमश : दूसरे, तीसरे नंबर और चौथे नंबर पर रहे हैं. राजस्व की इस आकड़े को लेकर टीटीई अपने ही साथियों के निशाने पर आ गये थे जब उन पर सोशल मीडिया में कई सवाल उठाये गये.
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