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राउरकेला आरपीएफ प्रभारी के स्पेशल के कारनामों की जांच करने पहुंची आईवीजी टीम, आरोपियों ने ही की जमकर आवभगत

आरपीएफ इंस्पेक्टर समेत पांच निलंबित, जनमाष्टमी के नाम पर वेंडरों से चंदा वसूली करने का आरोप
  • राउरकेला आरपीएफ पोस्ट कमांडर के स्पेशल बंटी और सीआईबी के एके सिंह पर लगे हैं गंभीर आरोप
  • SER में सीआईबी और एसआईबी का कामकाज डिफंग की स्थिति में, SECR जोन दिखा रहा नजीर
  • आरपीएफ प्रभारी के खिलाफ शिकायतों का पुलिंदा डीजी और रेलवे बोर्ड को भेजने की चल रही तैयारी

राउरकेला. दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेलमंडल अंतर्गत राउरकेला स्टेशन पर एडहक IPF शिवलहरी मीणा के स्पेशल आरपीएफ जवान बंटी और सीआईबी के जवान एके सिंह के खिलाफ लगे गंभीर आरोपों की जांच पूरी हो गयी है. राउरकेला पहुंचकर कोलकाता आईवीजी की टीम ने दोनों चर्चित जवानों के खिलाफ लगाये गये आरोपों की जांच की. हालांकि जांच टीम के आवभगत में जिस तरह दोनों आरोपी लगे रहे और टीम के कोलकाता लौट जाने के बाद दोनों का हाव-भाव और अंदाज बता रहा है कि मानो सब कुछ मैनेज हो गया है.

वैसे भी विभाग में दोनों आरोपियों के बारे में माना जाता है कि राउरकेला स्टेशन पर इनकी तैनाती उच्च कुर्सी वाले साहब की विशेष कृपा से हुई है. यह जांच ऐसे समय में हुई जब एडहक इंस्पेक्टर पर ‘साहब’ की विशेष कृपा की चर्चा सरेआम है.

यह भी पढ़ें : SER : आरपीएफ अफसरों का टूटा वनवास, मिली पोस्टिंग, राउरकेला में मीणा पर बरस रही ‘साहब’ की मेहरबानी

बताते चलें कि ओसी के स्पेशल बंटी और सीआईबी के जवान अजीत कुमार सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी गयी थी कि ये लोग हॉकरों पर अवैध वसूली के लिए वेजा दबाव बनाते हैं. 10 दिन काम करने के बावजूद उन हॉकरों से एक माह का पैसा मांगते हैं और इंकार करने पर लोहा केस (आरपीयूपी) में फंसा देने की धमकी देते हैं. दोनों जवानों पर पैसा मांगने का आरोप है जो रेल महकमे में अति गंभीर किस्म का अपराध माना जाता है लेकिन आरपीएफ महकमे में ऐसे आरोपों को विशेष तवज्जो नहीं दी जा रही. जानकारों का कहना है कि आरपीएफ की कार्यप्रणाली में वसूली तंत्र के हावी हो जाने के कारण यह स्थिति बनी है और इस वसूली तंत्र में सिपाही से लेकर उच्च अधिकारी तक लपेटे में आते हैं.

राउरकेला से लेकर कोलकाता तक स्टेशन और ट्रेनों में अवैध हॉकरी का खेल लाखों में है जिससे पोस्ट प्रभारी से लेकर सीआईबी इंस्पेक्टर तक के उपकृत होने की चर्चा आम है. इसमें कोई शक नहीं अगर आरपीएफ का पोस्ट प्रभारी अथवा सीआईबी इंस्पेक्टर चाह ले तो स्टेशन से लेकर ट्रेन तक परिंदा भी पर नहीं मार सकता. लेकिन बात यहीं तक नहीं ठहरती. लगातार आरोप लगने के बाद भी दक्षिण पूर्व रेलवे (एसईआर) के आरपीएफ अधिकारियों की स्थिति कान में तेल डालकर सोये व्यक्ति के समान है जो इस बात का संकेत है कि या तो सबको सेट कर दिया है, या साहब के मौन के आगे सभी विवश हैं .

आरपीएफ के एसआईबी के एक अधिकारी ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर बताया कि SER/RPF का पूरा सिस्टम ही डिफंग हो चुका है, चाहे कितनी भी शिकायत कर ली जाये कोई कार्रवाई नहीं होने वाली. उस अधिकारी ने कहा कि रेलवे के सभी जोन में आरपीएफ की ऐसी ही दयनीय स्थिति नहीं है. अगर सिस्टम देखना है तो पड़ोस में ही दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) जोन, बिलासपुर में चले जाये जहां एसआईबी की सुबह पहुंची एक रिपोर्ट पर शाम तक पोस्ट कमांडर का तबादला और अटैचमेंट तय होता है.

लेकिन विडंबना यह है कि SER में विभागीय या मीडिया से कितनी ही रिपोर्ट क्यों न की जाये, कितने ही साक्ष्य क्यों न उपलब्ध कराये जाये, लेकिन उच्चाधिकारियों के स्तर से कार्रवाई ही नहीं की जाती है. शायद यही कारण है कि टाटा और राउरकेला से अहम पोस्ट के प्रभारी सार्वजनिक रूप से अपने अधिनस्थों के सामने यह दावा कर देते हैं कि सीनियर डीएसई और आईजी के रहते उन्हें कोई हिला नहीं सकता.

राउरकेला पोस्ट प्रभारी के खिलाफ मिली शिकायतों के बाद की शांति इस बात को काफी हद तक सही होने का संकेत देती है. हालांकि अब कुछ लोग आरपीएफ प्रभारी के खिलाफ शिकायतों का पुलिंदा डीजी और रेलवे बोर्ड को भेजने की तैयारी में है, जिसमें बड़े साहब की भूमिका को भी सवालों के घेरे में लाया जायेगा.

इस बीच विश्वस्त सूत्रों से रेल हंट को पता चला है कि राउरकेला के पोस्ट प्रभारी एसएल मीणा के स्पेशल बंटी और सीआईबी के जवान एके सिंह के खिलाफ की गयी शिकायत को जांच टीम ने तथ्यहीन पाया है. क्योंकि जिन शिकायतकर्ताओं की ओर से आरोपों का पुलिंदा भेजा गया था जांच टीम के समक्ष एक भी शिकायतकर्ता ने आरोपों की पुष्ट नहीं की. इसके बाद कहा गया कि इन हॉकरों के नाम से किसी अन्य ने शिकायत पत्र भेजा था ताकि राउरकेला तथा आसपास के स्टेशनों पर आरपीएफ की कारगुजारियों का चिट्ठा ऊपर तक खुल जाये. शिकायतकर्ता हॉकरों में सीकेपी का उमेश व पूरन, राउरकेला के दीपक और झारसुगुड़ा के दो हॉकरों का नाम सामने आया था.

बंटी ने दिया हैसंकेत, राउरकेला स्टेशन पर शुरू होगी हॉकरी

इस बीच पता चला है कि राउरकेला आरपीएफ प्रभारी मीणा के स्पेशल आरपीएफ जवान बंटी ने हॉकरों को संकेत दिया है कि वे लोग अब स्टेशनों पर भी अपना धंधा फिर से शुरू करने की तैयारी करें इसके लिए ऊपर तक बात हो चुकी है और बड़े साहब से हरी झंडी मिल गयी है. इसी के बाद आरपीएफ महकमे से लेकर हॉकरों में उल्लास का आलम बनने लगा है. यह माना जाने लगा है कि आगामी पूजा के दौरान इतनी मोटी कमाई हो जायेगी की दीपावली भी बंपर मनेगी.

क्रमश : 

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