चक्रधरपुर. आदित्यपुर रेलवे स्टेशन पर लगातार पांच साल से जमे आईओडब्ल्यू अशोक कुमार ने तबादला के दो माह बाद ही फिर से वहीं पोस्टिंग करा ली है. उनका तबादला दो माह पहले ही चक्रधरपुर स्पेशल सेल में हुआ था जिसे रद्द करने का आदेश 11 फरवरी को सीनियर डीपीओ कार्यालय से जारी किया गया. रेलवे मेंस यूनियन का आरोप है कि ऊपरी सेटिंग-गेटिंग कर अशोक कुमार ने दो महीने बाद ही यहां पुनर्स्थापन करवा लिया है.
दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस यूनियन की आदित्यपुर शाखा ने आपात बैठक कर आईओडब्ल्यू अशोक कुमार की आदित्युपर में फिर से पोस्टिंग का विरोध किया है. शाखा सचिव डी अरूण ने आरोप लगाया कि आईओडब्ल्यू अशोक कुमार के पांच साल के कार्यकाल में उन पर कई गंभीर आरोप लगे जिनकी जांच चल रही है. ऐसे में उनकी फिर से आदित्यपुर में पोस्टिंग रेलवे बोर्ड के उस सकुर्लर का भी उल्लंघन है जिसमें संवेदनशील पदों पर तीन साल से अधिक किसी को नहीं रखने की बात कही गयी है.
हालांकि चक्रधरपुर रेलमंडल में रेलवे बोर्ड के सकुर्लर का पालन शायद ही कोई विभाग करता है. यहां लोग अधिकारियों को खुश कर लंबे समय से अपने स्थान पर जमे हुए है. कभी-कभी दिखावे के लिए उनके तबादले आदेश निकाला जरूर जाता है लेकिन दो से तीन माह बाद उनकी पोस्टिंग फिर से मनपसंद स्थान पर कर दी जाती है. अशोक कुमार के तबादले को लेकर आदित्यपुर में चल रहा विरोध बढ़ता जा रहा है. रेलवे मेंस यूनियन ने पोस्टिंग आदेश वापस नहीं लेने पर सीनियर डीपीओ को आंदोलन तक की चेतावनी दे दी है. अशाेक कुमार की पोस्टिंग को लेकर बुलायी गयी बैठक में रवि नायर, एके महाकुड़, राजकुमार, राजेश कुमार, शांता राव आदि मौजूद थे.