Connect with us

Hi, what are you looking for?

Rail Hunt

मीडिया

दो सुरक्षा एजेंसियों के रहते रेल में न कभी खत्म होगी अवैध वेंडिंग, न कभी सुरक्षित होंगे रेलयात्री !

आरपीएफ इंस्पेक्टर समेत पांच निलंबित, जनमाष्टमी के नाम पर वेंडरों से चंदा वसूली करने का आरोप

वाणिज्य कर्मियों की तो जवाबदेही तय होती है, उन पर विभागीय कार्रवाई भी की जाती है, परंतु आरपीएफ/जीआरपी कर्मियों एवं अधिकारियों पर कार्रवाई करते समय रेल प्रशासन के हाथ-पांव क्यों कांपने लगते हैं ?

भारतीय रेल में समय-समय पर आरपीएफ और वाणिज्य विभाग द्वारा अवैध वेंडरों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चलाया जाता है, जिसमें पकड़े गए कुछ लोगों से जुर्माना वसूल किया जाता है, तो कुछ लोगों पर विधिक कार्यवाही की जाती है।

विश्वसनीय सूत्र और जानकार बताते हैं, जो कि काफी हद तक सही भी है, कि स्टेशन परिसरों और ट्रेनों में अवैध वेंडिंग कराने और उसको शह देने में आरपीएफ और जीआरपी दोनों की महती भूमिका रहती है, और ऐसा भी नहीं है कि इन दोनों के शीर्ष अधिकारी इससे अनभिज्ञ हैं, लेकिन बात जहां तक अवैध कमाई की है, तो सब चलता है।

यह भी पढ़ें : राउरकेला में अवैध हॉकरों पर रोक से छटपटा रही आरपीएफ ओसी की चौकड़ी, मैनेज करने की आस में वेंडिंग को छूट देने की तैयारी

ये अवैध वेंडर सड़ा-गला, घटिया, निम्न स्तरीय खाद्य पदार्थ और कोई भी सामान यात्रियों को बेचते हैं, न तो इनका कोई मानक होता है, न ही कोई वैध लाइसेंस, और न ही कोई निर्धारित मूल्य या कीमत। स्वाभाविक है कि अगर ये मानक का पालन करने लग जाएंगे, तो अवैध कमीशन देने के बाद इनकी लागत कहां से निकलेगी?

रेलमंत्री महोदय और रेलवे बोर्ड में बैठे शीर्ष प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारियों को इस विषय पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है कि इस मामले में आरपीएफ और जीआरपी के कॉकस को कैसे तोड़ा जाए, जिससे कि यात्रियों को अधिकृत वेंडरों से सही और शुद्ध चीज-वस्तु उचित मूल्य पर मिल सके।

इसमें रेलवे के वाणिज्य विभाग को भी बेदाग बरी नहीं किया जा सकता, लेकिन वाणिज्य कर्मियों का इस घालमेल में कम योगदान इसलिए माना जा सकता है, क्योंकि इनके पास वर्दी और कानून की धौंस नहीं है, अथवा ऐसा भी कह सकते हैं कि वाणिज्य अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने अधिकार का अंदाजा ही नहीं है, इसलिए वे भी बहती गंगा में हाथ धो रहे हैं।

कुल मिलाकर अवैध वेंडरों को अगर स्टेशन परिसरों और चलती गाड़ियों से पूरी तरह हटाना है, रेल को अनधिकृत बाजार से मुक्त करना है, तो इसके लिए नई पारदर्शी नीति बनाकर आरपीएफ अधिकारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने की महती आवश्यकता है, अन्यथा अवैध वेंडिंग के खिलाफ कथित स्पेशल ड्राइव महज खानापूर्ति ही हैं, और यह आगे भी ऐसे ही रहेंगी।
दो सुरक्षा एजेंसियों के रहते रेल में न कभी खत्म होगी अवैध वेंडिंग, न कभी सुरक्षित होंगे रेलयात्री !

ट्रेनों में धड़ल्ले से चल रहे हॉकर

जानकारों का कहना है कि यह खानापूर्ति तब तक चलती रहेगी, जब तक रेल में दोहरी सुरक्षा व्यवस्था की परिपाटी खत्म नहीं की जाएगी। उनका यह भी कहना है कि या तो आरपीएफ को आईपीसी का फुल पुलिस पावर देकर स्वतंत्र पुलिस फोर्स – राज्य पुलिस के समकक्ष – बनाया जाए, या फिर इसे गृहमंत्रालय को सौंपकर सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) में मर्ज कर इंडिपेंडेंट फोर्स के तौर पर रेल में तैनात किया जाए।

उनका खासतौर पर कहना है कि रेल से जब तक राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) दोनों में से एक को नहीं हटाया जाएगा, तब तक न तो रेल में अवैध वेंडिंग बंद होगी, न ही रेल में अपराधों की बढ़ती संख्या घटेगी, और न ही रेल से भ्रष्टाचार एवं लूट-खसोट खत्म की जा सकती है। वाणिज्य कर्मियों की तो जवाबदेही तय होती है, यात्रियों की शिकायत मिलने पर उन पर विभागीय कार्रवाई भी की जाती है, परंतु आरपीएफ/जीआरपी कर्मियों एवं अधिकारियों पर कार्रवाई करते समय रेल प्रशासन के हाथ-पांव कांपने लगते हैं!

सुरेश त्रिपाठी, संपादक /RAILWHISPERS.COM

#RPF #DGRPF #GRP #Unauthorise #Vendors #CommercialDepartment #IndianRailways #AshwiniVaishnaw #CRB #CEORlyBd #DoPT #PMOIndia #HMOIndia #IRCTC #NitiAyog

 

Spread the love
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

ताजा खबरें

You May Also Like

रेलवे यूनियन

General Secretary IRSTMU writes letter to PM for recreation of post of Member (S&T) and filling of the post of AM (Signal) NEW DELHI. The...

रेलवे यूनियन

New Delhi. The Railway Board has given an additional charge of Member (Infrastructure) to DG (HR) after the former superannuated on September 30, 2024....

रेलवे न्यूज

रिस्क एवं हार्डशिप अलाउंस के लिए 2019 में ही बनायी गयी थी कमेटी, 05 साल बाद भी खत्म नहीं हुआ इंतजार 22 जनवरी 2024...

रेलवे जोन / बोर्ड

रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण और री-मॉडलिंग प्रोजेक्ट का बिल पास करने में कमीशन की मांग का आरोप  सीबीआई ने गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की,...