- रांगड़ा रेलवे साइडिंग में कोयले के बाद अवैध दारू की तस्करी से दागदार हो रही आरपीएफ व रेलवे की छवि
CHAKRADHARPUR. चक्रधरपुर रेलमंडल के बिमलगढ़ के रांगड़ा रेलवे साइडिंग में बढ़ रही कोयला तस्करी के बीच अवैध शराब का जानलेवा कारोबार भी संचालित होने का खुलासा हुआ है. मंगलवार को आबकारी विभाग की टीम ने रेल साइडिंग की जमीन पर बनी अवैध बस्ती में छापेमारी कर आठ हजार लीटर नकली विदेशी शराब के अलावा 290 लीटर इंडियन देसी शराब जब्त किया है. छापेमारी के दौरान जानलेवा अवैध शराब के कारोबार का संचालित नजारा देखकर आबकारी विभाग के अधिकारी भी दंग रहे गये.
रांगड़ा रेलवे साइडिंग के 12 नंबर बस्ती में रेलवे जमीन पर अवैध धंधों की भरमार हो चुकी है. आरपीएफ और स्थानीय कुछ लोगों की मिलीभगत से रांगड़ा रेलवे साइडिंग की इस बस्ती में वैगन से कोयला झाड़ने का काम होता रहा है. रेलवे की इस जमीन पर अब नकली व जानलेवा शराब का कारोबार भी शुरू हो चुका है. रेल साइडिंग की बस्ती में बड़े पैमाने पर नकली विदेशी शराब बनाकर आसपास के क्षेत्र में बेचे जाने की सूचना जिला प्रशासन को मिली थी.
इसके बाद संबलपुर-राउरकेला आबकारी विभाग के साथ के-बोलांग पुलिस के टीम ने रांगड़ा रेलवे साइडिंग में छापेमारी कर यहां रहे नकली शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. आबकारी विभाग ने की इस कार्रवाई में आठ हजार लीटर नकली विदेशी शराब, 290 लीटर देशी शराब, भारी मात्रा में नकली शराब बनाने का सामग्री बरामद की गयी. जिसे नष्ट कर दिया गया है. छापेमारी में कुछ लोगों को भी पकड़ा गया है.
आरपीएफ के चर्चित हवालदार के नाम की हो रही चर्चा
बिमलगढ़ में रेलवे की जमीन पर संचालित अवैध धंधों से आरपीएफ के एक हवालदार का नाम जुड़ गया है. बताया जाता है कि बंडामुंडा में पदस्थापना के दौरान इस पर कई आरोप लगे थे. इसके बाद उसका तबादला दूरस्त इलाके में कर दिया गया था. बाद में उस आरपीएफ हवलदार की पोस्टिंग यहां की गयी है. यहां तक कहा जाने लगा है कि उक्त हवालदार के इशारे और मिलीभगत से ही रेलवे क्षेत्र में अवैध गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है. यह सब आरपीएफ के लोग भी जानते है महकमे की दागदार हो रही छवि पर सीआईबी इंस्पेक्टर से लेकर दूसरे अधिकारी भी मौन है.
यहां तक कहा जा रहा है कि आरपीएफ हवालदार के इशारे पर ही बिमलगढ़ समेत आसपास के रेलवे साइडिंग में तरह-तरह के अवैध कारोबार में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. उसके ही इशारे से बरसूआ-बीरमित्रपुर पैसेंजर ट्रेन में कोयले की अवैध तस्करी और रेल साइडिंग के बस्ती में नकली शराब का तस्करी का यह कारोबार भी चल रहा था. स्थानीय लोगों का कहना है कि आरपीएफ और उसके हवालदार की भूमिका की जांच करायी जाये और रेलवे जमीन पर संचालित अवैध धंधों को तत्काल बंद कराया जाये जिसकी आंच अब उन तक भी पहुंचने लगी है.