- ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस ने खाली पदों पर बहाली और ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करने की मांग उठायी
HUGLI. रेलवे मेंस कांग्रेस के नेताओं का दावा है कि काम के अत्याधिक दबाव के कारण औसतन हर दिन दो कर्मचारियों की मौत हो जा रही है. ऐसे में जरूरी है कि जल्द से जल्द खाली पदों को भरा जाये ताकि रेलकर्मियों पर से काम का दबाव कम किया जा सके. मेंस कांग्रेस का दावा है कि रेलवे में तीन लाख पदों पर तत्काल बहाली की आवश्यकता है. यूनियन ने मांग उठायी है कि आउटसोर्सिंग और निजीकरण को तत्काल रोका जाना चाहिए.
ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस के केंद्रीय अध्यक्ष विनोद शर्मा ने शनिवार को बंडेल ईश्वर बाग स्थित इएमयू कार शेड में रेलवे कर्मचारियों की समस्याओं पर सेंट्रल एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में इन बिंदुओं का खुलासा किया. शर्मा ने कहा कि रेलवे का निजीकरण बंद होना चाहिए और आउटसोर्सिंग सिस्टम को खत्म कर रेलवे में तीन लाख खाली पदों पर तत्काल भर्ती की जानी चाहिए. यही नहीं रेलकर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिए उनके हित में ओल्ड पेंशन स्कीम को फिर से लागू किया जाना भी आवश्यक है जो रेलकर्मियों का अधिकार है.
ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस के केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा कि रेलवे राष्ट्रीय संपत्ति है और आये दिन होने वाली दुर्घटनाओं से रेलवे की बदनामी हो रही है. रेलकर्मी भारी दबाव में काम कर रहे है जबकि सेफ्टी निरीक्षण के नाम पर सिर्फ दिखावा किया जा रहा है, जिसे रोका जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि नये उपाय किये जाने की आवश्यकता है. दोहराया कि काम के अत्यधिक बोझ के कारण औसतन हर रोज रेलवे में दो कर्मचारियों की मौत हो जा रही है इसलिए खाली पदों पर नयी बहाली आवश्यक है. उन्होंने आठवें वेतन आयोग के गठन और नये वेतन को लागू करने की भी मांग भी दोहरायी.
बैठक में इस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस और नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मेंस के केंद्रीय नेताओं ने भी भाग लिया. बैठक में इआरएमसी के केंद्रीय अध्यक्ष विनोद शर्मा, महासचिव सपन दत्त, वर्किंग प्रेसिडेंट रोबिन दास, माधव मल्लिक, उपाध्यक्ष नारायण सिंह, बंडेल ब्रांच के अध्यक्ष शंभू नाथ सिंह, सचिव अरिंदम मित्रा, सहायक सचिव सौगत घोष, सुदीप दास सहित अन्य कई नेता शामिल हुए.
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