- स्टेशन परिक्षेत्र के विकास में राज्य सरकार से सहयोग लेगी रेलवे : लोहानी
- रायरू में माल गोदाम मार्च 2019 से शुरू कर दिया जाएगा
- ग्वालियर-श्योपुर कलां लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरू
ग्वालियर. रेलवे में गैंगमैनों की प्रताड़ना की घटनाओं के बीच ग्वालियर में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विन लोहानी के सामने बुधवार, 12 सितंबर को सीनियर सेक्शन इंजीनियरों ने अपनी पीड़ा व्यक्त की. इंजीनियरों ने चेयरमैन को बताया कि गैंगमैन हमारी बात नहीं सुनते है, कोई भी काम कहने पर धमकी देते है. ऐसे में हम कैसे काम करें ? चेयरमैन को बताया गया कि हाल में ही 21 जुलाई को एक सीनियर सेक्शन इंजीनियर के साथ घटना हो गयी है. लोहानी ने पूरे मामले में संज्ञान लेने की बात कही.
ग्वालियर स्टेशन के निरीक्षण को पहुंचे सीआरबी ने यहां कहा कि प्लेटफॉर्म नंबर एक के सर्कुलेटिंग एरिया को विकसित करने के लिए राज्य सरकार का सहयोग लिया जायेगा. स्टेशन डेवलपमेंट को अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार बनाया जायेगा. सफाई में स्टेशन के स्तर पर लोहानी ने आश्चर्य जताया और इसके लिए नयी व्यवस्था जल्द अमल में लाने की बात कही. डीआरएम एके मिश्रा ने सीआरबी को बताया कि पहले सफाई पर महज 5 लाख रुपए खर्च होते थे, जबकि सफाई का नया टेंडर 22 लाख का हुआ है. अब 40 की जगह 110 सफाई कर्मचारी स्टेशन की सफाई में लगाए जाएंगे. नई एजेंसी अक्टूबर अंत तक काम संभाल लेगी
लोहानी ने निरीक्षण के क्रम में बैठक कर भविष्य की येाजनाओं ओर स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को लेकर चर्चा की. इस बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, नगर प्रशासन मंत्री माया सिंह, डीआरएम अशोक कुमार मिश्रा, अशोक कुमार मिश्रा, अपर मंडल रेल प्रबंधक संजय सिंह नेगी, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी गौरव कृष्ण बंसल, निगमायुक्त विनोद शर्मा, ण्यपी नवनीत भसीन, अपर कलेक्टर संदीप केरकेट्टा आदि पदाधिकारी मौजूद थे.
बैठक में ग्वालियर स्टेशन परिक्षेत्र से संबंधित विकास एवं सुधार कार्यों में शीघ्रता, आरयूबी/आरओबी के निर्माण कार्य में शीघ्रता, पड़ाव ब्रिज पर चल रहे निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने, प्लेटफार्म क्रमांक 01/04 के विकास हेतु राज्य सरकार से समन्वय स्थापित कर उनका सौंदर्यीकरण आदि विषयों पर चर्चा हुई. बैठक के बाद सभी ने संयुक्त रूप से रायरू यार्ड एवं पड़ाव ब्रिज का निरीक्षण किया, जिसमें रायरू में बन रहे नवीन यार्ड, पैनल रूम आदि शामिल थे. चर्चा के दौरान श्री लोहानी ने बताया की रायरू में माल गोदाम मार्च 2019 से शुरू कर दिया जाएगा, जिससे व्यापारियों को माल लदान–उतरान में अधिक सुविधा मिल सकेगी. पड़ाव ब्रिज के निरीक्षण के पश्चात सीआरबी ने ब्रिज का निर्माण कार्य दिसंबर 2018 तक पूरा करने की बात कही.
इसके पश्चात सीआरबी द्वारा मंडल रेल प्रबंधक के साथ मैकेनाइज्ड लांड्री का गहन निरीक्षण किया गया, जिसमें उन्होंने लांड्री के ऑपरेशन की कार्य-प्रणाली को समझा तथा और बेहतर बनाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. रनिंग रूम के निरीक्षण में उन्होंने मंडल द्वारा रनिंग स्टाफ को दी जाने वाली सुविधाओं का जायजा लिया. इसके बाद उन्होंने स्टेशन पर उपलब्ध यात्री सुविधाओं का जायजा लिया. उन्होंने इसे और बेहतर करने हेतु आवश्यक निर्देश दिए.
बुधवार को शताब्दी एक्सप्रेस से सुबह लोहानी ग्वालियर पहुंचे. लोहानी ने धौलपुर से ग्वालियर तक इंजन में प्यालटिंग कर यात्रा की और सेक्शन का निरीक्षण किया. यहां पत्रकारों से बातचीत में नैरोगेज को हैरीटेज ट्रेन के रुप में चलाने के सवाल पर सीआरबी ने कहा कि इसका कंवर्जन प्लान तैयार हो चुका है. डीआरएम का कहना था कि कंवर्जन प्लान के बाद 4, 5 एवं 6 नंबर प्लेटफार्म तैयार करने की योजना है. सीआरबी ने डीआरएम को इसकी संभावना तलाशने के लिए कहा है. नैरोगेज को ब्राडगैज में बदलने के लिए जमीन अधिगृहण का काम शुरु होने की भी जानकारी दी है. ट्रेनों की टाइमिंग पर सीआरबी ने कहा कि पहले रेलवे का पंचुअल्टी टाइम 80 से 85 प्रतिशत था, लेकिन मैने स्टाफ को हिदायत दी कि बिल्कुल सही कंडिशन बतायी जाये और पंचुअल्टी प्रतिशत 60 पर आ गया है. उन्होंने कहा कि हमने तय किया है कि अनसेफ कंडिशन में गाड़ी नहीं चलाई जाएगी, मेन्टेनेंस पर फोकस किया जा रहा है.
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