Guwahati. पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे)/ निर्माण के महाप्रबंधक अरुण कुमार चौधरी ने हाल ही में महत्वपूर्ण अररिया-गलगलिया नई ब्रॉड गेज (बीजी) लाइन रेलवे परियोजना का निरीक्षण किया. संपूर्ण परियोजना बिहार राज्य में पूसीरे के कटिहार मंडल के अधीन है. अररिया कोर्ट से ठाकुरगंज तक 110.75 किमी की यह महत्वाकांक्षी परियोजना, मौजूदा रेलवे नेटवर्क को और अधिक मजबूत करने और उस हिस्से में पूरे रेलवे संचालन की दक्षता में सुधार करने के प्राथमिक उद्देश्य के साथ रेल संपर्क को बढ़ाएगी.
इस परियोजना का निर्माण 4000 करोड़ रुपये से अधिक की अनुमानित लागत से किया जा रहा है और इसे वर्ष 2025 तक पूरा करने की योजना है. निरीक्षण में कई तरह के प्रमुख कार्यों की प्रगति की समीक्षा करने और समय पर परियोजना को पूरा करने के लिए गंभीर समस्याओं का समाधान करने पर जोर दिया गया.
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने आज बताया है कि अररिया-गलगलिया ब्रॉड गेज लाइन परियोजना से बिहार में पहले से वंचित क्षेत्रों को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण रेलवे लिंक के रूप में विकसित होने की उम्मीद है. इससे माल और यात्रियों की सुगम आवाजाही की सुविधा मिलेगी, क्षेत्रीय व्यापार, पर्यटन और पहुंच को बढ़ावा मिलेगा. एक बार चालू होने के बाद, यह यात्रा के समय को कम करेगा, आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करेगा और उत्तर बंगाल एवं बिहार के विकास को महत्वपूर्ण गति प्रदान करेगा. इसके अतिरिक्त, यह लाइन पड़ोसी देश नेपाल के साथ माल की सीमा पार परिवहन में सुधार के लिए एक रणनीतिक परिसंपत्ति के रूप में कार्य करेगी.
निरीक्षण के दौरान, प्रमुख बुनियादी अवसंरचनात्मक कार्यों के प्रगति की समीक्षा की गई. विभिन्न सेक्शनों में बड़े पुलों, छोटे पुलों के निर्माण और ट्रैक लिंकिंग में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है. पुलों के निर्माण और कई प्रमुख कार्यों के पूरा होने के साथ, बीबीगंज-पौआखाली खंड के शेष चल रहे कार्यों को जल्दी पूरा करने के प्रयास चल रहे हैं. पौआखाली से ठाकुरगंज सेक्शन का पहले ही सीआरएस निरीक्षण हो चुका है, जिसमें मुख्य लाइन पर 70 किमी प्रति घंटे और टर्नआउट पर 15 किमी प्रति घंटे की अनुमेय गति से ट्रेन परिचालन के लिए मंजूरी प्रदान की गई है.
परियोजना के लाभ परिवहन दक्षता से कहीं आगे हैं, क्योंकि निर्माण और परिचालन चरणों के दौरान यह स्थानीय रोजगार के अवसरों को बढ़ाएगा. नई रेल लाइन स्थानीय आबादी के लिए आवश्यक सेवाओं, शैक्षणिक संस्थानों और स्वास्थ्य सुविधाओं तक बेहतर पहुंच भी प्रदान करेगी. पूसीरे निर्माण संगठन महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करने और परियोजना को निर्धारित समय सीमा में पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है.