- गुवाहाटी एक्सप्रेस के बी-3 कोच में सवार यात्रियों की सूची निकाल रही पुलिस, करेगी पूछताछ
- घटना वाली रात 1.15 प्रमोद कुमार ने पत्नी से फोन पर की थी बात
GAJIPUR. गाजीपुर में रेलवे ट्रैक पर मिले दो आरपीएफ जवानों के शवों का मामला 48 घंटे बाद भी सुलझ नहीं पाया है. परिजन इसे हत्या मानकर चल रहे हैं. उनका कहना है कि दोनों शवों का अर्धनग्न अवस्था में मिलना ही इस बात का संकेत है कि उनके साथ कुछ अनहोनी हुई हैं. गाजीपुर में रेलवे ट्रैक पर आरपीएफ के जवान जावेद खान, दिलदारनगर (गाजीपुर) और प्रमोद कुमार सिंह, आरा बिहार का शव बरामद किया गया था. दोनों मुगलसराय जंक्शन पर तैनात थे और आर्म्स लाने मोकामा जा रहे थे.
दिल्ली-हावड़ा मार्ग के गहमर जिला में यह घटना घटी जहां बीती शाम मिले दो शवों की शिनाख्त की गयी. गाजीपुर मेडिकल कॉलेज में जावेद के शव की पहचान उसके भाई फैजान ने की. जावेद चार भाइयों में इकलौता कमाने वाला था. इस मामले में पुलिस के साथ ही आरपीएफ मुख्यालय मुगलसराय सक्रिय है और पड़ताल कर रहा है.
बताया जा रहा है कि आरपीएफ के दोनों जवान मुगलसराय से आरपीएफ के मोकामा ट्रेनिंग सेंटर जा रहे थे. मंगलवार-बुधवार की रात रात 12:41 बजे पीडीडीयू से दोनों गुवाहाटी एक्सप्रेस के बी-3 कोच में सवार हुए. ट्रेन निर्धारित समय से 1.00 बजे रवाना हुई. 32 मिनट में ट्रेन धीना स्टेशन पहुंची तो चेन पुलिंग हो गयी. यहां ट्रेन सात मिनट तक रुकी रही. इसके बाद 18 मिनट में ट्रेन बकैनिया गांव के पास पहुंची. इसी 18 मिनट में जवानों के साथ कुछ अनहोनी हुई है. यह जाना जा रहा है कि हमलावरों ने दोनों जवानों को बेरहमी से मारा-पीटा और मौत के बाद निर्वस्त्र कर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया.
यह बताया जा रहा है घटना वाली रात रात लगभग सवा एक बजे प्रमोद ने पत्नी सीमा से फोन पर बात की थी. कहा था कि वह ट्रेन में सवार हैं, सो जायेंगे तो घबराना मत. ट्रेनिंग सेंटर पहुंचकर कॉल करूंगा. इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि जो भी घटना घटी है वह 1.15 के बाद ही घटी है. पुलिस की टीम इस मामले में गुवाहाटी एक्सप्रेस के बी-3 कोच में सवार यात्रियों की सूची निकाल रही है ताकि कुछ सुराग मिल सके.
रेलवे सूत्रों के अनुसार शव की बरामदगी स्थल से करीब 29 किमी संख्या-715/22 पर ट्रेन 01.42 बने से 01.44 बजे तक एसीपी में खड़ी हुई थी. इसके बाद ट्रेन कई जगह घटनास्थल से पहले भी और बाद में भी एसीपी में खड़ी हुई.
पुलिस इस मामले में शराब तस्करों की भूमिका के अलावा दूसरे बिंदुओं पर जांच कर रही है. पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह दुर्घटना थी या हत्या. दोनों रात में मोकामा के लिए चले थे जबकि दूसरे दिन आरपीएफ कंट्रोल को सूचना मिली कि दोनों ट्रेनिंग सेंटर नहीं पहुंचे हैं. इसके बाद दोनों की खोजबीन शुरू हुई, तब दोनों के शव रेलवे ट्रैक पर पड़े होने का पता चला. प्रमोद का शव मंगलवार की सुबह बकैनिया गांव के समीप रेलवे ट्रैक पर मिला था.