नई दिल्ली/कपूरथला. भारतीय रेल में स्मार्ट कोच का युग जल्द शुरू होने जा रहा है. कपूरथला, पंजाब स्थित रेल कोच फैक्टरी (आरसीएफ) ने देश के पहले स्मार्ट कोच का निर्माण शुरू कर दिया है. इसमें एशो-आराम की वे सभी सुविधाएं मुहैया होंगी, जो अमूमन हवाई जहाज और फाइव स्टार होटलों में हुआ करती हैं. साढ़े तीन करोड़ रुपए की लागत से बनने जा रहा पहला कोच जून तक तैयार हो जाएगा. स्मार्ट कोच में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी. कॉल बेल, वाई-फाई, एलईडी लाइट्स, आरामदायक सीट, सेंटर टेबल, मोबाइल व लैपटॉप चार्जिंग के अलावा खिड़कियों पर कंप्यूटराइज्ड ऑटोमैटिक पर्दे लगे होंगे, जिन्हें रिमोट के जरिए उतारा-चढ़ाया जा सकेगा. कोच के बाहर इलेक्ट्रानिक रिजर्वेशन चार्ट लगेगा. ऑटोमैटिक कंपैक्ट अरेंजमेंट वाले डस्टबिन लगेंगे.
स्मार्ट फोन जुड़ेगा इंटरटेनमेंट सिस्टम से
आरसीएफ कपूरथला के महाप्रबंधक सत्य प्रकाश त्रिवेदी ने बताया कि स्मार्ट कोच में प्रत्येक सीट के पीछे एलईडी स्क्रीन नहीं लगेगी, बल्कि इंटरनेट के जरिए यात्रियों के स्मार्ट फोन को ही कोच के इंटरटेनमेंट सिस्टम से जोड़ दिया जाएगा. यात्री अपनी मर्जी के मुताबिक करीब 60 तरह के कार्यक्रम देख सकेंगे.
साउंड व डस्टप्रूफ होगा कोच
यह कोच साउंड व डस्टप्रूफहोगा. यानी इसमें न तो बाहर का शोर-शराबा सुनाई देगा और ना ही धूल अंदर आ सकेगी. कोच के दरवाजे भी ऑटोमैटिक होंगे. ट्रेन के चलते ही दरवाजे खुद-ब-खुद बंद हो जाएंगे. शौचालय व बाहरी दरवाजों वाली जगह से कोच के सीटों वाले हिस्से में जाने के लिए भी दोनों तरफ सेंसर युक्त ऑटोमैटिक दरवाजे होंगे. दरवाजे के सामने पहुंचने पर यह अपने आप खुल जाएगा.
ऑटोमैटिक कंपैक्ट अरेंजमेंट डस्टबिन इस कोच में ऑटोमैटिक कंपैक्ट अरेंजमेंट डस्टबिन लगेंगे, जिनकी क्षमता सामान्य से 10 गुना बढ़ जाएगी. यह डस्टबिन कचरे को खुद-ब-खुद क्रश कर (कुचल) देगा.वैक्यूम टॉयलेट होंगेहवाई जहाज की तरह इस कोच में वैक्यूम टॉयलेट होंगे. इसमें सेंसर युक्त आधुनिक नल, हैंड ड्रायर व सोप डिस्पेंसर लगा होगा. सेंसर से ही यह नल चलेगा और बंद होगा. वैक्यूम टॉयलेट से पानी की खपत लगभग दस फीसदी रह जाएगी. स्मार्ट कोच में लगाए जाने वाले टैंक में पानी का स्तर बताने के लिए एक गेज भी लगाया जाएगा.
जीपीएस से लैस होगा कोच
इसमें फोटो है यह कोच ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम (जीपीएस) से लैस होगा. ट्रेन कितनी देर में पहुंचेगी, कितनी लेट चल रही है और कौन सा स्टेशन कितनी देर में आएगा, आदि जानकारी यात्री कोच में लगी स्क्रीन पर देख सकेंगे. कोच में हाई स्पीड वाई-फाई इंटरनेट की सुविधा मिलेगी और हर कोच में लगे सीसीटीवी कैमरे कोच की निगरानी करेंगे. पढ़ने आदि के लिए सीटों पर एलईडी (लाइट इमिटिंग डायोड) बल्ब की व्यवस्था भी होगी. घंटी बजाने पर आएगा अटेंडेंट कॉल बेल के जरिए आप अपनी सीट पर अटेंडेंट (सहायक कर्मी) को बुला सकते हैं.
साभार नई दुनिया