- निजी एजेंसी के चालकों की ड्यूटी आठ निर्धारित करने और चालकों की जांच कराने की उठी मांग
KANPUR. कानपुर में गुरुवार 29 फरवरी 2024 को सुबह 6:00 बजे न्यू CNB स्टेशन (गुड्स) से पांच असिस्टेंट लोको पायलट और एक चीफ लोको इंस्पेक्टर आईपी सिंह चौहान को लेकर आ रही बोलेरो दुर्घटनाग्रस्त हो गया. सभी लोग स्पेयर में सीएनबी स्टेशन आ रहे थे. सीओडी पुल के पास रेलवे वाहन सामने दूसरे वाहन से टकरा गयी.
इसमें वाहन पर सवार सभी लोगों को चोटें आयी है. उन्हें लोको हॉस्पिटल कानपुर में एडमिट करवाया गया है. Umrks/BRMS/BMS के अध्यक्ष राम मीना ने बताया है कि हादसा बड़ा होने के बावजूद किसी को कोई गंभीर चाेट नहीं आयी है और किसी की स्थिति चिंताजनक नहीं है. दुर्घटना में UMRKS के पूर्व महामंत्री आई पी एस चौहान (CLI/CNB) को भी चोट आयी है.
दुर्घटना के बाद क्षतिग्रस्त बोलेरो, इसी में सवार थे लोको पायलट
बताया जाता है कि लोको पायलट लॉबी न्यू कानपुर से जीएमसी लॉबी आते समय लोको पायलट को आवागमन के लिए लगी बोलेरो का एक्सीडेंट हो गया था. दुर्घटना में आई पी एस चौहान (CLI/CNB) को कलाई एवं नाक में फैक्चर हो गया है. आगे की सीट पर सीएलआई और बोलेरो चालक ने सीट बेल्ट लगा रखा था और एयर बैग खुलने से बड़ी अनहोनी टल गयी.
घटना के बाद उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ के जोनल अध्यक्ष राजाराम मीणा, सहायक महामंत्री लईक अहमद, सहायक मंडल मंत्री मनोज यादव, सेंट्रल शाखा मंत्री एस एल मीणा एवं अरूण कुमार सीआईटी, न्यू वासिंग लाईन शाखा मंत्री राम करण मीणा, कंटेनर डीपो शाखा मंत्री आर पी मीणा, अनवरगंज शाखा मंत्री राजेश कुमार, जीएमसी शाखा मिडिया प्रभारी मनिहरण ने अस्पताल पहुंच कर सबका हाला जाना. मीणा ने घटना की जानकारी मंडल रेल प्रबंधक प्रयागराज को दी. इसके बाद अस्पताल के सुपरिटेंडेंट से मिलकर इलाज में सक्रियता बरतने का अनुरोध किया.
दुर्घटना में अस्पताल में इलाजरत रेलकर्मी व उन्हें देखने पहुंचे सहयोगी
जोनल कोषाध्यक्ष कुन्दन कुमार सिंह व सहायक महामंत्री लईक अहमद ने कहा कि रेलवे यह सुनिश्चित करें कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो. इस पर रनिंग के कर्मचारियों एवं यूनियनों के साथ मिटिंग कर सबकी राय लेनी चाहिए. जीप ड्राइवरों की ड्यूटी किसी भी हालत में आठ घंटे से ज्यादा न हो यह ठेका एजेंसी से सुनिश्चित कराया जाना चाहिए.
जीप चालक की भी समय-समय पर ब्रिथ एनालाईजर टेस्ट होना चाहिए. सीट बेल्ट लगाने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए. जीप के प्रत्येक पेपर अपडेट एवं गाड्री पुरा मैंटेन होने चाहिए. निर्धारित मानक से ज्यादा सवारी नहीं बैठाना चाहिए. जीप चलाते समय जीप ड्राइवर को मोबाइल चलाने पर प्रतिबंध लगना चाहिए ऐसा देखा गया है कि लॉबी या अन्य फोन कॉल बहुत ज्यादा आते हैं एवं गाने बजाने के चक्कर में ड्राइवर मोबाइल का ज्यादा प्रयोग करते हैं जिससे दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है.
अस्पताल के सुपरिटेंडेंट से मिलकर बेहतर इलाज का अनुरोध करते यूनियन नेता