- इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ आर्गनाइजेंशन का वार्षिक समारोह ‘संवाद’ टाटानगर में आयोजित
- सख्ती सिर्फ कार्य के लिए है, व्यवहार में इसका कोई असर नहीं : भास्कर
जमशेदपुर. इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टॉफ आर्गेनाइजेशन का चक्रधरपुर डिवीजन मीट सह वार्षिक आम सभा ‘संवाद’ का आयोजन 4 मई को टाटानगर में किया गया. इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि रेलमंडल के सीनियर डीसीएम भास्कर के अलावा टाटानगर रेलवे क्षेत्रीय प्रबंधक विकास कुमार मौजूद थे. संवाद में टिकट चेकिंग कर्मियों ने अपनी समस्याओं पर मंथन किया तो रेल प्रबंधन के समक्ष बेबाकी से अपनी बातों को रखा. आर्गनाइजेंशन के नेताओं ने कहा कि रेलवे हर साल चेकिंग स्टॉफ का राजस्व लक्ष्य अप्रत्याशित रूप से बढ़ा देने से कर्मचारियों का मानसिक दबाव बढ़ा रहा है. यह स्थिति काफी गंभीर है.
सभा में बतौर अभिभावक अपने भावपूर्ण और सारगर्भित वक्तव्य में भास्कर ने रेलमंडल में ढाई साल के अनुभव, कार्य प्रणाली से लेकर अब तक की उपलब्धियों का खाका खींचा तो बातों ही बातों में टिकट चेकिंग कर्मियों को अपनी सख्ती के पीछे का सच भी बयां कर दिया. सीनियर डीसीएम ने खुले मंच से बेबाकी से कहा कि सबको लगता है उनका सीनियर बहुत सख्त है, लेकिन ऐसा नहीं है. हमने कभी किसी का अहित नहीं किया. उन्होंने स्पष्ट किया कि सख्ती सिर्फ कार्य के लिए है यह व्यवहार में नहीं है. सभा में भावुक होकर सीनियर डीसीएम यहां तक कह गये कि अगर उनकी किसी बात से किसी का दिख दुखा हो तो उन्हें इसके लिए बहुत खेद होगा. उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में वह जहां रहे टिकट चेकिंग स्टॉफ जब उन्हें खोजेंगे वह उनके साथ नजर आयेंगे.
चेकिंग मीट में सीनियर डीसीएम भास्कर ने आयोजन की सराहना की और सुझाव दिया कि संगठन ऐसे ही आयोजन परिवार के बच्चों के कैरियर डेवलपमेंट को लेकर आयोजित करें तो उसका पूरा फायदा चेकिंग स्टॉफ परिवार को मिल सकेगा. इसका दीर्घकालीन परिणाम भी सामने आयेगा. इस तरह अभिभावक के बाद सीनियर डीसीएम ने बतौर पदाधिकारी चेकिंग कर्मचारियों को लगन से कार्य करने और राजस्व बढ़ाने को प्रेरित किया. उन्होंने बताया कि दक्षिण पूर्व रेलवे जोन में चक्रधरपुर मंडल ऐसा पहला डिवीजन में जहां टीटीइ रेस्ट रूम वातानुकूलित है और कूकिंग की सुविधा उन्हें उपलब्ध है. उन्होंने कर्मचारियों का प्रमोशन और एनएसीपी अपटेड होने की बात कही.
चेकिंग मीट संवाद में उपस्थित टाटानगर के एरिया मैनेजर विकास कुमार ने खुले दिल से टिकट चेकिंग स्टॉफ को सहयोग करने और उनके लिए हमेशा उपलब्ध रहने की बात कही. इस मौके पर डीसीएम अर्जुन मुजुमदार ने सीनियर डीसीएम के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि रेलमंडल ने भास्कर के कार्यकाल में कई उपलब्धियां हासिल की है. कार्यक्रम में सीनियर डीएमओ राजू महंता,राष्ट्रीय संयुक्त सचिव आनंद कुमार मिश्र, सहायक सचिव लोकेश राव, एसएन शिव, सत्येंद्र कुमार आदि ने भी विचार रखा.
हर साल राजस्व लक्ष्य बढ़ने से मानसिक तनाव में चेकिंग स्टॉफ : हेमंत
इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ आर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय महासचिव डॉ हेमंत सोनी ने कहा कि रेलवे हर साल चेकिंग स्टॉफ का राजस्व लक्ष्य तो बढ़ा रहा है लेकिन अब तक उन्हें मान्य श्रेणी नहीं मिल सकी है. पिछले साल 1200 करोड़ का लक्ष्य इस साल बढ़कर 2000 करोड़ कर दिया गया है. इससे टिकट चेकिंग स्टॉफ पर तनाव बढ़ रहा है. इस पर भी प्रबंधन को ध्यान रखने की जरूरत है. उन्होंने टीटीई को रनिंग कर्मचारी का दर्जा देने की मांग फिर से बुलंद की. सभा में इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ आर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष विक्टर राव ने चेकिंग स्टॉफ को कार्य के दौरान सुरक्षा उपलब्ध कराने की वकालत की और कहा कि वह लगातार अपनी मांगों को राष्ट्रीय फोरम पर उठाते रहे है. इस मौके पर राष्ट्रीय संयुक्त सचिव आनंद कुमार मिश्र ने मंडल में कराये गये कार्यों की जानकारी देते हुए प्रबंधन के सहयोग का आभार जताया.
रनिंग स्टॉफ का दर्जा देने का प्रस्ताव किया पास
वार्षिक आम सभा सह संवाद में टिकट चेकिंग स्टाफ आर्गेनाइजेशन की ओर से टीटीई को रनिंग स्टाफ का दर्जा प्रदान करने का प्रस्ताव पास किया गया. संगठन ने अपनी मांगी की जो सूची जारी की उसमें कैडरों की संख्या बढ़ाने, हर जगह रेस्ट हाउस में कूकिंग और टीटीइ रनिंग रूम में वातानुकूलित सुविधा देने, लंबित ट्रांसफर अलाउंस, लंबित हाउस रेंट दिलाने, कर्मचारियों की बहाली करने, टारगेट पूरा नहीं करने पर चेर्किंग स्टॉफ का तबादला और चार्जशीट का दंड नहीं देने, चोरी का एफआइआर टीटीई को लेने की प्रथा बंद करने, रेस्ट हाउस को बेहतर बनाने, महिलाओं के लिए अलग से रेस्ट रूम की सुविधा देने की मांग शामिल है.
चक्रधरपुर की नयी कमेटी गठित, अमरेश बने अध्यक्ष
टिकट चेकिंग मीट सह संवाद में रेलमंडल की नयी कमेटी का भी गठन किया गया. इसमें अमरेश बनर्जी को मंडल का नया अध्यक्ष चुना गया है. कमेटी के अन्य पदाधिकारियों में मानिक दास को कार्यकारी अध्यक्ष, लालचंद्र यादव को सचिव बनाया गया है. उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी पीके मिश्रा, नील कमल, एस मिश्रा, जे बाराल को दी गयी है. जबकि आरआर राय और एस कुमार को सेक्रेटरी और विकास कुमार को कोषाध्यक्ष बनाया गया है.