PRAYAGRAJ. उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ (UMRKS) प्रयागराज मण्डल मे स. महामंत्री और सयुंक्त जिला महामंत्री रूपम पाण्डेय ने कहा है कि गुप्त मतदान के नाम पर रेलवे के दोनों फेडरेशन के नेता रेलकर्मियों के साथ धोखा कर रहे हैं. एनपीएस के विरोध में दिल्ली में आयोजित महाप्रदर्शन के लिए समर्थन जुटाने निकले संघ के नेताओं ने आरोप लगाया कि स्ट्राइक के समर्थन में रेलवे बोर्ड को नोटिस देने वाले फेडरेशन के नेताओं ने जुलाई 2016 बिना रेलकर्मियों की सहमति लिये स्ट्राइक की नोटिस वापस लेकर सरकार से निज लाभ में डील कर लिया था.
उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ (UMRKS) के नेता रूपम पाण्डेय ने जारी बयान में बताया है कि ऑल इण्डिया रेलवे मेंस फेडरेशन और नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मेन द्वारा दिनांक 21 और 22 नवंबर 2023 को फिर से एक बार रेलवे में गुप्त मतदान कराया जा रहा है. यह प्रपंच वर्ष पहले 2016 में भी सीक्रेट बैलेट के नाम पर दोनों फेडरेशनों ने किया था.
रूपम पाण्डेय, स. महामंत्री, UMRKS प्रयागराज मंडल
उस समय पूरे रेलवे में 97% कर्मचारियो ने स्ट्राइक के पक्ष मे सहमती जतायी थी. मतदान के आधार पर इन दोनों फेडरेशनों ने सरकार को 11 जुलाई 2016 से अनिश्चितकालीन स्ट्राइक की नोटिस दी थी. कर्मचारियो से वादा किया था कि सरकार हमारी मांग नही मानी तो स्ट्राइक होगी, परंतु 8-9 जुलाई 2016 को ही दोनों फेडरेशनों ने सरकार को दी स्ट्राइक की नोटिस वापस ले ली और बिना किसी सहमति के सरकार से निज लाभ में डील कर मौन साध लिया था.
एक बार फिर से दोनों फेडरेशन ने स्ट्राइक के नाम पर कर्मचारियो को ठगने का कुत्सित प्रयास कर रही है. न्यू पेंशन स्कीम को रद्द कर पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने की जो मुहिम पूरे देश मे जोर-शोर से चल रही है उसे कमजोर करने के लिए दोनों फेडरेशन यह कार्य कर रही है. इस बार भी मतदान का रिजल्ट कुछ भी हो ये लोग स्ट्राइक नहीं करेंगे और पिछली बार की तरह भाग जायेगे. दोनों फेडरेशन सरकार से मिलकर निज लाभ के लिये ये प्रपंच कर रही है.
उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ (UMRKS) के रूपम पाण्डेय ने रेलकर्मियों से अनुरोध किया कि भारतीय मजदूर संघ, भारतीय रेल मजदूर संघ और उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ द्वारा 22 नवंबर 2023 को दिल्ली के जन्तर-मन्तर और संसद भवन पर विशाल प्रदर्शन किया जा रहा है. एनपीएस के विरोध में किये जा रहे इस प्रदर्शन में रेलकर्मी बड़ी संख्या में शामिल होकर ओपीएस के लिए मार्ग प्रशस्त करें.