पटना से गोपाल पांडेय. दानापुर मंडल के पटना-गया सेक्शन पर शनिवार को टिकट जांच अभियान चलाना टीटीइ की टीम को भारी पड़ा. आरपीएफ की सुरक्षा लिये बिना अभियान चलानो गये टिकट निरीक्षकों को तारेगना के बाद संगठित बेटिकट यात्रियों ने जमकर पीटा. उनकी लात-घूसों से तब तक पिटाई की गयी जब तक वह भाग नहीं गये. टीटीइ ने जहानाबाद स्टेशन पर उतरकर अपनी जान बचायी. टिकट निरीक्षकों ने पूरे मामले की जानकारी दानापुर मंडल कामिर्शयल कंट्रोल कर देकर बिना सुरक्षा किसी जांच अभियान चलाने से इनकार कर दिया है. टिकट निरीक्षकों ने यात्रियेां पर इएफटी और रुपये लूटने का भी आरोप लगाया है.
शनिवार 9 मार्च को मुख्य टिकट निरीक्षक दिलशाद अंसारी के नेतृत्व में वरीय टिकट निरीक्षक पंकज कुमार सिन्हा, जीतलाल मंडल, करण कुमार, प्रमोद राज एवं मनीष कुमार आदि पटना जंक्शन से हटिया सुपरफास्ट एक्सप्रेस में टिकट जांच को गये थे. इस दौरान टीम ने दर्जनों बेटिकट यात्रियों से जुर्माना वसूला. तारेगना से ट्रेन के खुलते ही बेटिकट यात्री एकजुट हो गये और टिकट निरीक्षकों को अलग-अलग पकड़कर पिटना शुरू कर दिया. ट्रेन के जहानाबाद स्टेशन तक पहुंचने तक यात्री टीटीई की पिटाई करते रहे. टिकट निरीक्षकों ने कोट खोलकर आम यात्रियों के बीच छुपने की कोशिश की, लेकिन तब तक उनकी जमकर पिटाई हो चुकी थी. टीटीई के कपड़े तक फाड़ दिये गये.
ट्रेन के जहानाबाद में पहुंचने पर टीटीई ट्रेन से कूदकर स्टेशन अधीक्षक कक्ष में पहुंचे. यही से दानापुर कंट्रोल से सूचना दी. उप स्टेशन अधीक्षक के पास अपनी शिकायत भी दर्ज करायी.टिकट निरीक्षकों ने अपने कोट खोलकर आम यात्रियों के बीच छिपने की कोशिश की, परंतु तबतक उनकी जमकर पिटाई हो चुकी थी. मुख्य टिकट निरीक्षक ने इसकी लिखित शिकायत कर दी है. टिकट निरीक्षकों के साथ कोई सुरक्षाकर्मी नहीं था. इस घटना के बाद पटना-गया रेलखंड पर टिकट निरीक्षकों ने बगैर आरपीएफ के जांच अभियान चलाने से इनकार कर दिया है.