- रेलवे बोर्ड के नये चेयरमैन ने प्रभार संभालते ही कर्मचारियों को प्रशिक्षण व कौशल बढ़ाने पर दिया जोर
- अधिकारियों को सकारात्मक मानसिकता से टीमवर्क पर ध्यान केंद्रित कर रिजल्ट लाने का आह्वान
सिकंदराबाद. रेलवे बोर्ड के नये चेयरमैन विनोद कुमार मिश्रा ने एक जनवरी को प्रभार लेने के बाद पहले बयान में स्प्ष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता कर्मचारी है और वह उन्हें कार्यस्थल पर पूरी सुरक्षा उपलब्ध कराना चाहते है. उन्होंने कर्मचारियों को प्रशिक्षण देकर उनका कौशल बढ़ाने पर जोर दिया. लगे हाथ नये चेयरमैन ने अधिकारियों को स्पष्ट संदेश दिया किया वह साकारात्मक मानसिकता के साथ स्वयं पर भरोसा करते हुए टीमवर्क पर ध्यान केंद्रीत करें और बेहतर रिजल्ट दें.
इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स (IRSEE) के विनोद कुमार यादव रेलवे बोर्ड (रेल मंत्रालय) और पदेन प्रमुख सचिव के रूप में एक जनवरी को पदभार ग्रहण कर लिया. सिकंदाराबाद में पदभार ग्रहण करने के बाद विनोद कुमार यादव नई दिल्ली के लिए रवाना हो गये. मीडिया से बातचीत में नये चेयरमैन ने रेलवे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को पूरा करने और रेलमंत्री पीयूष गोयल द्वारा फोकस किये गये क्षेत्रों पर ध्यान देकर भारतीय रेलवे को विश्व स्तरीय बनाने के लिए मिशन मोड पर काम करने का संकल्प दोहराया. चेयरमैन ने कहा कि चार साल में सरकार ने रेल विकास को बहुत प्रोत्साहन दिया गया है और आगे भी यह जारी रहेगा.
चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने रेलवे में सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्धता को दोहराया और कहा कि पटरियों के नवीनीकरण, रखरखाव और प्रतिस्थापन का काम तेजी से जारी रखा जायेगा. उन्होंने यात्री सुविधाओं को भी प्राथमिकता में रखने की बात कही. कहा कि रेलवे उपयोगकर्ताओं को सर्वोत्तम सुविधाएं देने का प्रयास करेगी. इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर चेयरमैन ने कहा कि उनकी प्राथमिकता हाई स्पीड बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट, सेमी हाई-स्पीड कॉरिडोर और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, नई रेलवे लाइनों, रेलवे लाइनों के दोहरीकरण और ट्रिपलिंग आदि से संबंधित बनी रहेगी.
सिकंदराबाद में चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने सभी विभागीय प्रमुख और दक्षिण सेंट्रल रेलवे के छह मंडल प्रबंधकों को वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधित किया. इसमें सिकंदराबाद, हैदराबाद, विजयवाड़ा, गुंटूर, गुंटकल और नांदेड़ शामिल थे. अधिकारियों को अपने पहले संबोधन में चेयरमैन ने कहा कि चार साल में बहुत से विकासात्मक कार्य किए गए है. यह पहल रेलवे की संगठनात्मक प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाती रहेगी. वर्ल्ड क्लास रेलवे बनने के लिए भारतीय रेलवे ताकत बढ़ा रही है. दक्षिण मध्य रेलवे से निर्वतमान जीएम ने विभिन्न क्षेत्रों में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन जारी रखने की अपेक्षा दोहरायी.