रेलहंट ब्यूरो, नई दिल्ली
ईस्ट कोस्ट रेलवे के वाल्टेयर डिवीजन स्थित डीजल लोको शेड की कर्मचारी बॉक्सर नागिसेटी उषा को ध्यानचंद पुरस्कार के लिए नामित किया गया है. विजाग में रहने वाली एन उषा रेलवे की महिला टीम की कोच भी हैं. एन उषा को वाल्टेयर डीआरएम चेतन कुमार श्रीवास्तव ने सम्मानित करते हुए शुभकामनाएं दी. इस मौके पर रेल मंडल के वरीय अधिकारी भी मौजूद थे. 36 वर्षीय उषा मुक्केबाज में 2004-2010 के बीच 11 अंतरराष्ट्रीय पदक और 12 राष्ट्रीय पदक के साथ छह बार वरिष्ठ राष्ट्रीय चैंपियन का सम्मान पा चुकीं हैं.
ध्यानचंद अवार्ड के लिए नमित होने के बाद मीडिया से बात करते हुए नागिसेटी उषा ने बताया कि चुनौतियों ने उन्हें कठिन परिस्थिति में काम करने की प्रेरणा दी. विश्व चैंपियनशिप में वह दो बार रजत पदक हासिल कर चुकी है. उन्होंने बताया कि पिछले साल अर्जुन अवार्ड न मिलने से वह निराश हो गयी थी और इस बार ध्यानचंद (अवार्ड) के लिए उन्हें नहीं चुना जाता तो उनकी निराशा गहरी हो जाती. उषा के अनुसार वह पुरस्कार को प्रेरणा के रूप में देखती है ताकि और बेहतर परिणाम दे सकूं. उषा ने कहा कि वह यह सम्मान अपने माता-पिता वेंकटरमण और उमा माहेश्वरी और भाई सतीश कुमार को उनके लगातार समर्थन के लिए समर्पित करती हूं. उषा ने 2009 में इंडोर एशियाड में रजत पदक और 2008 की एशियाई चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था.
उषा ने आंध्र के प्रसिद्ध बॉक्सिंग कोच आई वेंकटेश्वर से प्रशिक्षण लिया और 2004 से 2010 के बीच छह बार सीनियर नेशनल चैंपियनशिप जीत चुकी हैं. घुटने की सर्जरी और गर्दन में चोट के कारण वह 2012 के लंदन ओलंपिक से चूक गईं थी. अब तक उन्हें चार स्वर्ण, पांच रजत और दो कांस्य और 12 राष्ट्रीय पदकों में नौ स्वर्ण और तीन कांस्य सहित 11 अंतरराष्ट्रीय पदक मिल चुका है.