- RAC के यात्रियों के साथ बड़े गोलमाल की आशंका, रेलवे के सिस्टम पर भी उठ रहे सवाल
PATANA. राजेन्द्र नगर स्टेशन से नई दिल्ली जाने वाली 12309 तेजस राजधानी एक्सप्रेस के कोच संख्या बी 08/ 47 के यात्री को आरएसी श्रेणी में कन्फर्म हो चुका बर्थ नहीं उपलब्ध कराने के आरोप में दानापुर सीनियर डीसीएम अभिनव सिद्धार्थ TTE अमर कुमार को सस्पेंड कर दिया है. अमर कुमार राजेंद्र नगर के टीटीई हैं. उन पर आरोप है कि RAC की सीट कन्फर्म होने के बावजूद यात्री को नहीं उपलब्ध करायी गयी बल्कि उक्त सीट को किसी और को गलत तरीके से यात्रा करा दी गयी. इस तरह बर्थ कन्फर्म होने के बावजूद बी 08 47 पर यात्री को RAC में ही राजेंद्र नगर से नई दिल्ली तक यात्रा करनी पड़ी. जिससे उन्हें मानसिक व शारीरिक पीड़ा उठानी पड़ी.
यात्री ने इसकी लिखित शिकायत दानापुर के सीनियर डीसीएम से की. यह घटना 05.01.2025 की है. शिकायत मिलने पर एसीएम ने यात्री से बात की और हकीकत सामने आने के बाद उनकी अनुशंसा पर सीनियर डीसीएम ने TEE अमर कुमार को निलंबित कर दिया है. रेल प्रशासन इस मामले की जांच करा रहा है कि जब RAC में यात्री की सीट कन्फर्म हो चुकी थी तो किन परिस्थितियों में उसे बर्थ आवंटित नहीं की गयी? आखिर उक्त बर्थ पर पटना से नई दिल्ली तक किसने यात्री की ? इस सीट पर यात्रा करने वाला यात्री वैध टिकट के साथ था अथवा अनाधिकृत रूप से TEE ने अपने अधिकार का दुरुपयोग अथवा आर्थिक लाभ के लिए यह सब होने दिया? क्या यह कृत्य लंबे समय से चल रहा था ?
प्राइमरी और करंट चार्ट के बीच गोलमाल, रेलवे की सिस्टम में चूक का किसी मिलता है फायदा !
पटना राजधानी की घटना ने रेलवे के सिस्टम को भी सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. यहां यह बात सामने आयी है कि प्राय: ट्रेन की रवानगी के चार घंटे पहले तक आरक्षण का प्राईमरी चार्ट जारी होता है तब यात्रियों को उनके मोबाइल नंबर पर टिकट की यथास्थिति का विवरण भेज दिया जाता है. ऐसे में अगर किसी यात्री का टिकट RAC में रह जाता है यह जानकारी ही उसके लिए अंतिम होती है. इस बीच ट्रेन के रवाना होने के आधे घंटे पहले एक करंट आरक्षण चार्ट बनता है. प्राईमरी चार्ज से करंट चार्ट बनने के बीच के चार घंटों में अगर कोई टिकट कैंसिल होता है उस सीट पर स्वभाविक रूप से RAC वाले यात्री का हक होता है. अगर यह सीट RAC के यात्री को आवंटित भी हो जाती है तो उसका मैसेज यात्री को नहीं जाता. ऐसे में बर्थ कन्फर्म होने की जानकारी सिर्फ TTE को उसके HAND HELD TERMINAL SYSTEM से होती है. तब यह जिम्मेदारी टीटीई की बनती है कि वह RAC वाले यात्रियों को टिकट कन्फर्म होने की सूचना दें और उन्हें बर्थ उपलब्ध कराये. लेकिन कई बार रेलवे के सिस्टम की इस चूक का फायदा TEE अवैध कमाई के लिए उठा लेते हैं.
दानापुर समेत कई मंडलों में चल रहा यह खेल
दानापुर से खुलने वाली 12309 तेजस राजधानी एक्सप्रेस की यह घटना प्रकाश में आने के बाद यह चर्चा शुरू हो गयी है यह काम कई सालों से चल रहा है. इसमें 12393 सम्पूर्ण क्रान्ति एक्सप्रेस, 12352 राजेन्द्र नगर-हावड़ा एक्सप्रेस समेत कई प्रमुख ट्रेनों में RAC के यात्रियों को गुमराह कर कई TTE अवैध उगाही में व्यस्त है. हालांकि ऐसा करने वाले TTE की संख्या कम है लेकिन ऐसे लोगों के कारनामों को नजरअंदाज करने वालों में सीटीई, सीआई से लेकर आला अधिकारी भी शामिल हैं.