KOLKATTA. आरपाएफ ने अभियान चलाकर 32 रेल टिकट दलालों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से 12 लाख के ई-टिकट भी बरामद किये गये हैं. पकड़े गये टिकट दलालों के खिलाफ आरपीएफ ने रेलवे अधिनियम की धारा 143 के तहत विभिन्न आरपीएफ थानों में मामला दर्ज किया है. इस दौरान आरोपियों के पास से कुल 443 ई-टिकट जब्त किये गये, जिनमें 371 आरक्षण टिकटों पर यात्रा की जा चुकी है, जबकि 72 टिकटों पर यात्रा की जानी थी.
जब्त टिकटों का मूल्य 11,82253 रुपये है. पूर्व रेलवे के सीपीआरओ कौशिक मित्रा ने कहा कि रेल टिकटों की कालाबाजारी के खिलाफ आरपीएफ की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी. इससे पहले हमेशा से ही आरपीएफ पर टिकट दलालों के साथ सांठ-गांठ के आरोप लगते रहे हैं. हालांकि कभी-कभार आरपीएफ की टीम इन दलालों पर कार्रवाई की खानापूर्ति भी करती है.
भारतीय रेलवे के यात्री परिवहन में सीटों और बर्थ की बहुत अधिक मांग है. इस मांग को देखते हुए कई दलाल आरक्षित सीटों को थोक में बुक करवा कर अलग-अलग तरीकों से इस्तेमाल करते हैं और फिर उन्हें ऊंचे दामों पर जरूरतमंदों को बेचते हैं. आरपीएफ (RPF) ने इसके खिलाफ अभियान चलाती रहती है. इसके तहत आरपीएफ की टीम 32 रेल टिकट दलालों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से 12 लाख के ई-टिकट भी बरामद किये. ये दलाल थोक में रेलवे टिकटों को करवा कर उनको अवैध सॉफ्टवेयर के जरिए सर्कुलेट करते हैं.