- करंट आरक्षण की व्यवस्था के बाद वेटिंग अथवा आरएसी वालों को बर्थ मिलने के अवसर कम हो गये
Railway Earnings For Waiting Ticket Cancellation : भारतीय रेलवे की दोहरी मनमानी यात्रियों पर भारी पड़ रही है. इसका फायदा यात्रियों को कम जबकि नुकसान अधिक उठाना पड़ रहा है. हाल में ही यह बात सामने आयी कि रेलवे ने वेटिंग टिकटों को रद्द कराने के एवज में साल 2021 से जनवरी 2024 तक 1230 करोड़ रुपये की कमाई की है. जनवरी 2024 में यह कमाई 43 करोड़ रुपये की है. रेलवे के अपने नये नियम में टिकट कैंसिल कराने का शुल्क बढ़ा दिया है.
रेलवे की इस दोहरी व्यवस्था को ठीक से समझना होगा. रेलवे के ट्रेन में चलने वाले टीटीई का मानना है कि जब से करंट आरक्षण की व्यवस्था शुरू की गयी है उनके पास वेटिंग अथवा आरएसी टिकट वालों को बर्थ देने के अवसर लगभग खत्म हो गये हैं. उनका कहना है कि जब आरक्षण कराया कोई यात्री नियत स्टेशन पर नहीं आता है तो अपने सिस्टम में वह उसे (NT यानी NOT TURNUP) अनुपस्थित करार देते हैं. एक बार सिस्टम में यह फिड करते ही अगले स्टेशन पर करंट आरक्षण में वह सीट खाली दिखायी देने लगती है और कोई यात्री ऑनलाइन उसका टिकट आरक्षित कर लेता है. इसकी जानकारी उन्हें उस समय नहीं हो पाती.
टिकट निरीक्षक भी मानते है कि जब करंट की व्यवस्था लागू है तो प्रतीक्षा सूची की व्यवस्था का कोई हल निकाला जाना चाहिए. उनका कहना है कि एक बार ट्रेन का चार्ट बन जाने के बाद प्रतीक्षा सूची वालों के लिए ट्रेन में स्थान मिलना नामुमकीन हो जाता है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब रेलवे यह पता है तो लगभग सभी ट्रेनों में लंबी प्रतीक्षा सूची में टिकट क्यों काटे जा रहे है? चार्ट बन जाने के बाद प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों को टिकट कैंसिल कराने पर राशि कटौती क्यों की जा रही है? यह नियम सिर्फ उन लोगों पर लागू होना चाहिए जो यात्रा नहीं करने के इरादे से टिकट कैंसिल कराते है.
अब आते है रेलवे की कमाई पर तो एक RTI के जवाब में रेलवे की ओर से बताया गया है कि साल 2021 से लेकर जनवरी 2024 तक सिर्फ वेटिंग लिस्ट के ट्रेन टिकटों के कैंसिल होने से उसे 1230 करोड़ रुपये की कमाई हुई है. अकेले सिर्फ जनवरी, 2024 के महीने में ट्रेन टिकटों के कैंसिल होने पर रेलवे को करीब 43 करोड़ रुपये की कमाई हुई है. RTI एक्टिविस्ट डॉ. विवेक पांडे (Dr Vivek Pandey) के RTI के जवाब में रेलवे ने यह आकड़ा बताया है.
डॉ. विवेक पांडे ने रेलवे से जानना चाहा था कि रेलवे को साल 2023 में दिवाली के दौरान (5.11.2023 से लेकर 17.11.2023) वेटिंग ट्रेन टिकट कैंसिलेशन से कितनी कमाई हुई है. रेलवे ने बताया कि इस अवधि के दौरान वेटिंग लिस्ट वाले ट्रेन टिकट के कैंसिलेशन से रेलवे की करीब 10.37 करोड़ रुपये की कमाई हुई है. वहीं तत्काल वेटिंग लिस्ट वाले टिकटों के कैंसिलेशन पर करीब 2.91 करोड़ रुपये की कमाई हुई है.