NEWS DELHI. देश के तीन राज्यों में ट्रेन पलटने की फिर से साजिश रची गयी, हालांकि लोको पायलटों की सतर्कता से समय रहते ट्रेनों को रोककर हादसे को टाल दिया गया. उत्तर प्रदेश के कानपुर में प्रेमपुर स्टेशन के पास फिर से एक बार रेलवे ट्रैक पर छोटा सिलेंडर रखकर एक घटना को अंजाम देने का प्रयास किया गया. हालांक गुड्स ट्रेन के पायलट ने सिलेंडर देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगायी और 10 फीट पहले ही ट्रेन को रोक लिया.
हालांकि कानपुर से प्रयागराज जा रही मालगाड़ी के आगे रखा 5 किलो का सिलेंडर खाली था. यूपी में 38 दिनों में रेलवे ट्रैक पर आवांछित सामान रखकर हादसा करने की साजिश नाकाम रही है. कानपुर में ही 8 सितंबर को भरा सिलेंडर रखकर कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश रची गई थी.
वहीं मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में सेना के जवानों को ले जा रही ट्रेन में विस्फोट की कोशिश 18 सितंबर को की गयी थी. बुरहानपुर के नेपानगर में रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर बिछाए गए. हालांकि, ट्रेन के पहुंचने से पहले ही कुछ डेटोनेटर फूट गए. इससे रेलवे अधिकारी अलर्ट हो गए और स्टेशन पर ट्रेन रुकवा दी गई.
उधर पंजाब के बठिंडा में रेलवे ट्रैक पर सरियों का बंडल रख दिया गया. हालांकि मालगाड़ी के लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर उस हादसे को टाल दिया. एक के बाद एक साजिशों को देखते रेलवे बोर्ड ने रेलवे लाइन की सुरक्षा को लेकर कई निर्देश जारी किया है. इसके तहत आरपीएफ की टीमें रेलवे लाइन से सटी बस्तियों के लोगों को चेतावनी दे रही है और उन्हें आगाह किया जा रहा है कि अगर कोई घटना होती है तो उन्हें इसमें संलिप्त माना जायेगा.
उत्तर प्रदेश में प्रयागराज डिवीजन के पेरम्बूर रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर मिला एलपीजी का छोटा सिलेंडर खाला था. यह इलाका कानपुर देहात जिले में पड़ता है. रेलवे सुरक्षा बल के कमांडेंट ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर पांच किलो की क्षमता वाला एलजीपी का खाली सिलेंडर रखा हुआ पाया गया है. उन्होंने बताया कि ट्रेन की स्पीड काफी धीमी थी. लोको पायलट ने जब सिलेंडर को देखा तो इमरजेंसी ब्रेक लगाई और उसके बाद अधिकारियों को इसकी सूचना दी. इस मामले में आरपीएफ ने जांच शुरू कर दी है. साथ ही इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को भी दी गई है.