- रतलाम रेलमंडल के उज्जैन में सेफ्टी सेमिनार का आयोजन
- ऑन डयूटी में रेलवे ट्रैक् पर मोबाइल का प्रयोग नहीं करने की अपील
उज्जैन. रतलाम रेल मंडल प्रबंधक आरएन सुनकर ने कहा कि ट्रैक मेंटेनर रेलवे के सच्चे सिपाही हैं जो कड़ी मेहनत से यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करते हैं. ऐसे में कार्य के दौरान उनकी सुरक्षा अहम हो जाती है. ट्रैक मेंटेनर को कार्य के दौरान सेफ्टी पर पूरा ध्यान देते हुए उसके मानकों का पालन करना चाहिए ताकि उनकी सुरक्षा के साथ रेलवे की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सके.
मंडल रेल प्रबंधक 30 नवंबर शुक्रवार को रतलाम रेलमंडल के उज्जैन में आयोजित सेफ्टी सेमिनार में विचार व्यक्त कर रहे थे. डीआरएम ने कहा कि ट्रैक मेंटेनर ऑन ड्यूटी सेफ्टी जैकेट और सेफ्टी शू का प्रयोग जरूर करें सेफ्टी शू में आगे की ओर लगा हुआ लोहे का कैप उनके पैरों की हिफाजत करता है. ड्यूटी के दौरान ट्रैक मेंटेनर उसी ट्रैक पर रहे जिस पथ पर काम कर रहे हैं वह भूलकर भी दूसरे ट्रैक पर ना जाएं, वरना संभव है कोई हादसा हो जाए. डीआरएम ने पूर्व में ऐसी कई घटनाओं का उदाहरण देकर सेफ्टी का अनुपालन सुरक्षित करने का अनुरोध किया. उन्होंने बताया कि रेलवे ट्रैक पर काम करने के दौरान ट्रेन चालक मानकों का ध्यान रखते हुए हॉर्न बजाकर ट्रेक मेंटेनर को सावधान करते हैं तथापि ऐसे निर्देश जारी किए जाएंगे ताकि कार्य के दौरान ट्रैक मेंटेनर की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
इस मौके पर ट्रैक मेंटेनर यूनियन के पदाधिकारी ने कहा कि स्वयं की सुरक्षा को ही कार्य स्थल पर सुरक्षा का मूल बताया. उन्होंने ऑन ड्यूटी ट्रैक मैन को मोबाइल का प्रयोग नहीं करने की सलाह दी. उन्होंने यूनियन की ओर से डीआरएम का आभार जताया कि उन्होंने पेट्रोल मैन के साथ एक अन्य व्यक्ति की ड्यूटी लगाकर सुरक्षा का नया आयाम दिया है. सेफ्टी सेमिनार में मंडल के पांच सौ से अधिक रेलकर्मियों के साथ पदाधिकारी व यूनियन नेता भी शामिल थे.