धनबाद. पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत धनबाद रेलमंडल के सीनियर कमांडेंट विनोद कुमार पर आखिरकार गाज गिर ही गयी. आरपीएफ डीजी अरूण कुमार ने सीनियर डीएसई को निलंबित कर दिया है. उनके खिलाफ सीआईसी सेक्शन में कोयला चोरी के अलावा ट्रांसफर-पोस्टिंग में गड़बड़ी के आरोप थे. निलंबत की कार्रवाई के साथ ही सीनियर डीएसइ को पूर्व रेलवे मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है. डीजी ने बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ने पर भी रोक लगा दी है. विनोद कुमार की जगह विवेकानंद नारायण को धनबाद का नया सीनियर डीएसई बनाया गया है. नारायण अभी गोरखपुर में आरपीएसएफ-2 में तैनात है.
डीजी ने विनोद कुमार के खिलाफ कार्रवाई भ्रष्टाचार के शिकायत की पुष्टि के बाद की है. विभिन्न अखबार व आनलाइन न्यूज पोर्टल पर सीनियर डीएसई द्वारा संचालित भ्रष्टाचार का मुद्दा सुखिर्यों में था. ऐसे मामलों को लेकर सीनियर डीएसई की कार्रवाई पर सवाल उठाये जा रहे थे और कई मामलों में लीपापोती का भी प्रयास किया गया था. मंडल में ईमानदार अफसर व जवान सीनियर डीएसई की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट थे. लगातार अफसर व जवानों से गैरकानूनी कार्य कराने और इसके लिए मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने की सूचना की पुष्टि होने के बाद डीजी ने सीनियर डीएसई के खिलाफ यह सीधी कार्रवाई की है.
सीनियर डीएसई धनबाद के खिलाफ कार्रवाई का बड़ा आधार ट्वीटर पर चलाये गये अभियान से मिला. सीनियर डीएसई विनोद कुमार के भ्रष्टाचार के खिलाफ टवीटर पर लगातार सूचनाएं वायरल की गयी.
twitter@BaatSachhi ने इसमें अहम भूमिका निभायी. यहां तक की सीनियर डीएसई को हटाने को लेकर भी आवाज उठने लगी थी. तबादलों में सेंटिंग और भ्रष्टाचार एक लिस्ट तक टवीटर पर वायरल कर दी गयी. तमाम सबूत सामने आने के बाद डीसी ने सीनियर डीएसई के खिलाफ सीधी कार्रवाई की. बताया जाता है कि सीनियर डीएसई के निलंबन की खबर से आरपीएफ के जवान व अफसरों ने राहत की सांस ली है.