- आईआरएसई 2006 का अधिकारी है हरीश कुमार, व्यापारी पिता-पुत्र भी पकड़ाये
NEW DELHI. रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग में फैले भ्रष्टाचार की परत दर परत खुल रही है. बुधवार 8 नवंबर 2023 सीबीआई की टीम ने उत्तर रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर हरीश कुमार को पांच लाख रुपये घूस लेते पकड़ा है. सीबीआई की टीम ने लखनऊ और जौनपुर में कई ठिकानों पर छापेमारी कर 52 लाख रुपये नकद, लॉकर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व संदिग्ध दस्तावेज जब्त किया है.
छापेमारी में इंजीनियर को रिश्वत देने वाले जौनपुर के कोसीकलां निवासी वीरेंद्र तोमर और प्रशांत तोमर को भी गिरफ्तार किया गया है. दोनों पिता-पुत्र है. सीबीआई के जारी बयान के अनुसार उत्तर रेलवे लखनऊ के लोक सेवकों एवं ठेकेदारों सहित 10 लोगों के खिलाफ 7 नवंबर 2023 को केस दर्ज किया गया था. सीबीआई को सूचना मिली थी कि हजरतगंज स्थित उत्तर रेलवे कार्यालय में तैनात अधिकारी कुछ ठेकेदारों के साथ मिलकर टेंडर में फेरबदल करने, बकाया भुगतान कराने आदि कार्यों के बदले रिश्वत का लेन-देन कर रहे हैं.
वहीं अधिकारी भी रिश्वत लेकर ठेकेदारों का नियमों के विपरीत भुगतान कर रहे हैं. बाकी ठेकेदारों के साथ कार्य देने और भुगतान में पक्षपात किया जा रहा है. सीबीआई को पक्की सूचना थी कि जौनपुर के तोमर कंस्ट्रक्शन के मालिक वीरेंद्र तोमर और उनका बेटा प्रशांत तोमर डिप्टी चीफ इंजीनियर हरीश कुमार (आईआरएसई 2006) को पांच लाख रुपये की रिश्वत देने वाले हैं. इसके बाद योजना बनाकर सीबीआई ने तीन लोगों को पकड़ा और लखनऊ और जौनपुर में उनके आधा दर्जन ठिकानों पर छापा मारकर कई दस्तावेज जब्त किया.
सीबीआई ने बीते छह माह में कई घूसखोर अधिकारियों को पकड़ा है इसमें अधिकांश मुख्य अभियंता स्तर के हैं. सीबीआई की टीम बुधवार दोपहर निर्माण विभाग पहुंची थी. सीबीआई ने निर्माण कार्यों की जुड़ी फाइलों को भी कब्जे में लिया और साथ ले गयी. तीन घंटे तक छापेमारी चली.