खड़गपुर. मेचेदा बाजार जाने के रास्ते में ट्रेन की चपेट में आ कर वृद्धा सीता रानी मंडल की मौत हो गयी. वह सिर पर फलों की टोकरी लेकर जा रही थी. मेचेदा स्टेशन से सटे ग्रामीण लंबे समय से मेचेदा से गोपालगंज स्कूल तक रैंप बनाने की मांग कर रहे है. रैम्प नहीं होने के कारण मेचेदा स्टेशन के उत्तर में बहला, पुरबाभला और अंदुलपोटा सहित कई गांवों के निवासियों को दिन के अधिकांश समय मेचेदा बाजार तक पहुंचने के लिए रेलवे लाइन पार करना पड़ता है. गांवों के लोग मेचेदा बाजार में फल, सब्जियां और मछली बेचकर अपना परिवार चलाते हैं.
सीता रानी के इकलौते बेटे की 2009 में एक दुर्घटना में मौत हो गई थी. घटना से लोगों में आक्रोश है. नागरिक प्रतिवाद मंच (दक्षिण पूर्व रेलवे शाखा) की ओर से मेचेदा स्टेशन प्रबंधक को ज्ञापन सौंपकर रैंप की मांग दोहरायी गयी है. प्रतिनिधिमंडल में सरोज माईती, सुब्रत दास, तपन कुमार नायक, उत्तम पराई और अन्य शामिल थे. प्रबंधक ने मांगों खड़गपुर के डीआर को भेजने का वादा किया. नागरिक प्रतिरोध मंच की दक्षिण-पूर्वी रेलवे शाखा के संयुक्त सचिव सरोज माईती ने कहा कि यदि रेलवे ने उपरोक्त मांगों को पूरा करने के लिए तत्काल कार्रवाई नहीं की तो मंच एक बड़ा आंदोलन शुरू करने के लिए मजबूर होगा.