रेलहंट ब्यूरो, नई दिल्ली
लॉकडाउन में राहत मिलने का पूरा फायदा रेलवे के टिकट दलालों ने उठाया. पहले से ताक में बैठे दलालों ने रेलवे के सिस्टम की कमियों को पूरा फायदा उठाते हुए दलाकों ने विशेष ट्रेनों के लिए 10 लाख से अधिक के ऑनलाइन टिकट का अवैध कारोबार किया ओर आरपीएफ को सीधी चुनौती दे डाली. आरपीएफ देश की राजधानी में ही दलालों की गोलमाल को रोकने में विफल रही. दिलचस्प है कि दलालों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखने वाली आरपीएफ की स्पेशल क्राइम इंटेलीजेंस विंग व एसआईबी भी इसका पता नहीं चला. इस मामले में आरपीएफ डीजी के स्तर पर दिल्ली में बड़ी कार्रवाई की गयी है.
नार्दन रेलवे के सीनियर डीएससी एएन झा को रेलवे बोर्ड में अटैच कर दिया गया है. उनकी जगह सारिक मोहन को जिम्मेदारी सौंपी गयी है. हालांकि आरपीएफ ने इस दौरान चलाये गये अभियान में आईआरसीटीसी के आठ एजेंटों सहित 14 लोगों को भी धर दबोचा. उनके पास से 6,36,727 रुपये मूल्य का आरक्षित टिकट जब्त किया गया है. आरपीएफ में गोलमाल में शामिल गिरोह के पास से कम्प्यूटर और मोबाइल फोन भी जब्त किया है. आरपीएफ की टीम सभी संदिग्धों की तलाश में जुटी हुई है. गौरतलब है कि आज से रेलवे में काउंटरों पर टिकटों की बुकिंग शुरू हो गई है.