राउरकेला. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनय कुमार त्रिपाठी शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर चक्रधरपुर रेलमंडल के झारसुगुड़ा में पहुंचे. इस क्रम में उन्होंने स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को लेकर अधिकारियों को कसा. हालांकि उनका पूरा फोकस दक्षिण पूर्व रेलवे के इस सेक्शन पर लोडिंग और उसकी संभावनाओं के विस्तार पर रहा.
सरडेगा में चेयरमैन ने चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान कोयला उत्पादन के लक्ष्य पर जोर दिया और एमसीएल साइडिंग में कोयला परिवहन में आ रही समस्या को भी जानने-समझने और दूर करने पर मंथन किया. महानदी कोलफिल्ड लिमिटेड के अधिकारियों से चेयरमैन ने लंबी बैठक की. इसमें जीएम अर्चना जोशी के साथ जोन की पूरी टीम शामिल थी.
Sri V. K. Tripathi, Chairman and CEO, Railway Board holding a meeting at Sardega with senior officers of Mahanadi Coal Fields Limited.
Ms. Archana Joshi, General Manager and other Principal Officers of SER are also present.09.07.2022 pic.twitter.com/IwGuZBH1yA
— South Eastern Railway (@serailwaykol) July 9, 2022
इससे पहले झारसुगुड़ा में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सह सीइओ ने अधिकारियों को चेताया कि वह यात्रियों को सुविधा और सेवा प्रदान करने में तत्पर रहें. उन्होंने विभिन्न विभागों और स्टॉल के साथ स्टेशन परिसर के वेटिंग लाउंज में मिलने वाली सुविधाओं की भी जानकारी ली. की स्टेशन पर ट्राइबल टेक्सटाइल्स के स्टॉल को भी देखा. चेयरमैन ने स्टेशन के वेस्ट केबिन पैनल रूम, संयुक्त क्रू एंड गार्ड लॉबी का भी निरीक्षण किया.
चेयरमैन के दौरे को लेकर पूरी व्यवस्था को चकाचक रखा गया था. दौरे से एक माह पहले से डीआरएम विजय कुमार साहू के अगुवाई में अधिकारी जुटे हुए थे. सीनियर डीसीएम मनीष पाठक अपने पूर अमले के साथ व्यवस्था में सुधार में जुटे थे ताकि चेयरमैन के दौरे में कोई ऊंच-नीच नहीं रह जाये. रेलमंत्री के परफॉरमेंस की धमकी और चेयरमैन की सख्ती का असर त्रिवेदी के दौरे में देखने को मिला है.
यहां यह बताना जरूरी होगा कि चेयरमैन विनय कुमार त्रिपाठीकिसी भी रेलवे साइड पर निरीक्षण में काफी सख्त रहे हैं. रेलमंत्री की तरह वह भी रेलवे में कमियां मिलने पर रेलकर्मियों को काम ठीक से करने अथवा घर जाने की चेतावनी देते हैं. यही कारण है कि रेलमंत्री में उनके दौरे को गंभीरता से लिया जा रहा है.
हालांकि चेयरमैन रविवार को चक्रधरपुर रेल मंडल के बंडामुंडा, राउरकेला समेत अन्य स्थानों का निरीक्षण करेंगे. चेयरमैन के दौरे को लेकर रेलवे ट्रैकों की रंगाई पुताई के साथ स्टेशनों के बाहर लगने वाले ठेला-हॉकरों को भी हटा दिया गया है. उन्हें चेताया गया कि सर के जाने के बाद तुम लोग फिर से अपना धंधा करना लेकिन अभी तो हमारी नौकरी का सवाल है.