Ajmer. राजस्थान में 17 दिन में तीसरी बार ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश हुई है. इस बार अजमेर में सराधना और बांगड़ ग्राम रेलवे स्टेशन के बीच दाे स्थानों पर बदमाशों ने सीमेंट के 70 किलो वजनी ब्लॉक रख दिए. गनीमत रही कि ट्रेन इन्हें तोड़ते हुए आगे निकल गई और कोई हादसा नहीं हुआ. रेलवे और आरपीएफ के अधिकारियों ने मंगलवार सुबह घटना स्थल का मुआयना किया. आरपीएफ के असिस्टेंट कमिश्नर रामेश्वर लाल मीना ने मौके पर रखे ब्लॉक को हटाने के निर्देश किए.
मामला फुलेरा से अहमदाबाद मार्ग पर रविवार रात का है. इसका खुलासा सोमवार रात्रि में हुआ. यह मालगाड़ी फुलेरा से अहमदाबाद जा रही थी. इस मामले में मांगलियावास थाना पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है. उन्होंने बताया कि पुलिया पर रेलवे के ही ब्लॉक रखे हुए थे, जिसे बदमाशों ने उठाकर ट्रैक पर रख दिया. आरपीएफ के अफसरों ने माना कि एक से ज्यादा व्यक्तियों ने ऐसा किया होगा. सिविल पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल मिलकर मामले में अनुसंधान कर रहे हैं. इससे पहले 28 अगस्त को बारां के छबड़ा में मालगाड़ी के ट्रैक पर बाइक का स्क्रैप फेंका गया. इस घटना में इंजन बाइक के कबाड़ से टकरा गया. 23 अगस्त को पाली में अहमदाबाद-जोधपुर वंदे भारत ट्रैक पर रखे सीमेंट ब्लॉक से टकरा गई थी.
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन (डीएफसीसी) कर्मचारी रवि बुंदेला और विश्वजीत दास की दर्ज करवाई रिपोर्ट के अनुसार आठ सितंबर की रात 10:36 बजे सूचना मिली कि ट्रैक पर सीमेंट का ब्लॉक रखा हुआ है. मौके पर पहुंचे तो पाया कि वह टूट कर गिरा हुआ है. एक किमी आगे एक और ब्लॉक टूट कर साइड में रखा हुआ था. ये दोनों ब्लॉक अलग-अलग जगह पर रखे हुए थे. इसके बाद डीएफसीसी और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने मिलकर सराधना से बांगड़ ग्राम स्टेशन तक पेट्रोलिंग की. इस दौरान स्थिति सामान्य पाई गई. एक किमी के दायरे में दो जगहों पर सीमेंट के ब्लॉक रखकर ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश थी.
रेलवे के असिस्टेंट प्रोजेक्ट मैनेजर हरि किशन मीणा के मुताबिक रविवार की रात को 10:36 बजे बांगड़ ग्राम स्टेशन अधीक्षक ने सूचना दी. इसके बाद ट्रैक जांचा गया. एक किमी के दायरे में आमने-सामने की लाइन में दाे जगहों पर ब्लॉक पाए गए, जो इंजन के टकराने से टूट गए थे. सराधना से बांगड़ ग्राम तक स्टाफ ने पेट्रोलिंग की. ब्लॉक टकराने के अलावा सब कुछ सामान्य था. मामले में मांगलियावास थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है. इस मामले में अजमेर के मण्डल रेल प्रबंधक कार्यालय के जनसम्पर्क निरीक्षक से जानकारी चाही गई तो ज्ञात हुआ कि उनका इस मामले में सीधा कोई सरोकार नहीं है. प्रकरण डीएफसीसी से जुड़ा हुआ है. इसलिए आगे की कार्यवाही भी वे ही कर रहे हैं. मुकदमा दर्ज कराया गया है.
यह भी पढ़ें