Kanpur. उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां बड़ा ट्रेन हादसा टल गया है. लोको पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका. कालिंदी एक्सप्रेस को ब्लास्ट कर उड़ाने की साजिश सामने आई है. यहां रेलवे लाइन पर रखे एलपीजी सिलेंडर से ट्रेन टकरा गई. इससे तेज आवाज हुई, जिसके बाद ड्राइवर ने ट्रेन को रोक दिया. पुलिस ने मौके से पेट्रोल से भरी बोतल, माचिस और बारूद भी बरामद किए हैं. एटीएस की टीम मामले की जांच में जुट गई है. मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक महीने के अंदर ही एक और ट्रेन हादसे की साजिश सामने आई है. रविवार रात करीब 8.30 बजे प्रयागराज से भिवानी की ओर जा रही कालिंदी एक्सप्रेस रेलवे लाइन पर रखे भरे एलपीजी सिलेंडर से टकरा गई. बीते 17 अगस्त की रात करीब 2.30 बजे साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. रेलवे ने इस हादसे में भी साजिश की बात कही थी.
ज्वलनशील पदार्थ ट्रैक पर था
कानपुर सेंट्रल से महज 30 किलोमीटर दूर शिवराजपुर क्षेत्र के रेलवे ट्रैक की इस घटना के बाद रेलवे और सर्तक हो गई है. ये लाइन बरेली मंडल के अधीन है. रात 8.30 बजे यहां से गुजर रही कालिंदी एक्सप्रेस हादसे से बाल-बाल बच गई. ट्रैक के बीच में एक एलपीजी गैस सिलेंडर के साथ एक कांच की बोतल में ज्वलनशील पदार्थ और सफेद रंग के केमिकल पाया गया है.
ट्रेन से टकराने पर सिलेंडर फटा नहीं
गुजर रही ट्रेन के ड्राइवर को पटरी पर रखा सिलेंडर दिखा. इसके बाद उसने इमरजेंसी ब्रेक लगा दी, लेकिन रफ्तार होने की वजह से ट्रेन का इंजन सिलेंडर से टकरा गया. इसके बाद सिलेंडर उछलकर दूर गिरा. ट्रेन से टकराने के दौरान सिलेंडर फटा नहीं, नहीं तो रेल की पटरी धमाके से उखड़ जाती और इंजन सहित बोगियां पटरी से उतर जाती. इससे नुकसान होता.
क्या कहते हैं पूर्वोत्तर रेलवे के पीआरओ?
पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जत नगर मंडल पीआरओ राजेंद्र सिंह के अनुसार पूरे मामले की जांच कराई जा रही है. ट्रैक की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त व्यवस्था भी की जाएगी. बीते अगस्त महीने में कानपुर के ही गोविंदपुरी और भीमसेन के बीच रेलवे पटरी पर लोहे का टुकड़ा रखकर साबरमती एक्सप्रेस को डिरेल करने का प्रयास किया गया था,जिससे साबरमती एक्सप्रेस के करीब 22 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. मौके पर डॉग स्क्वॉड को भी बुलाया गया है. पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है.