- भाजपा के एक नेता का नाम आया सामने, आरपीएफ ने चोरी का नहीं किया उदभेदन, कुछ को हिरासत में लेकर की जा रही है पूछताछ
TATANAGAR. टाटानगर के सलगाझरी में दिन-दहाड़े मालगाड़ी से कोयला चोरी करने का वीडियाे वायरल हुआ है. दिन के उजाले में खड़ी मालगाड़ी का तिरपाल खोलकर डेढ़ दर्जन से अधिक लोग कोयले निकालते दिख रहे है. मजे की बात यह है कि दिन के उजाले में मालगाड़ी पर चढ़कर कोयला चोरी करने की भनक तक आरपीएफ को नहीं लगी. आरपीएफ को घटना की जानकारी तब हुई जब वायरल हो रहे चोरी के वीडियो को रेलहंट ने ट्विटर पर शेयर कर अधिकारियों को इसकी जानकारी दी.
दिलचस्प बात यह है कि टाटानगर आरपीएफ ने आयी शिकायत के जबाव भी उसी तत्परता व त्वरित टिप्पणी के साथ अधिकारियों को यह लिखकर भेज दिया कि सलगाझरी मगदमपुर मछुआपाड़ा के एक-एक घर में तलाशी ली गयी लेकिन कहीं एक भी ढेला कोयले का नहीं मिला. हालांकि आरपीएफ ने यह जरूर माना कि मालगाड़ी से कोयला उतारा गया है और उसने बकायदा RPUP केस 19/23 दिनांक 27.08.2023 अज्ञात के खिलाफ दर्ज कर लिया है.
#SER_CKP_TATA बंडामुंडा व आदित्यपुर के बाद टाटानगर में चोरों का उत्पात. RPF गायब !! चोरों ने मालगाड़ी रैक पर चढ़कर कोयला उतारा, वायरल वीडियो टाटानगर के सलगाझरी के मकदमपुर मछुआपाड़ा का बताया जा रहा है. यह मिलीभगत है या लापरवाही !!!@ig_cum_csc_ser @DRMCKP @RPF_INDIA@drmkgp pic.twitter.com/Bk3Jp20ypx
— Railhunt (@railhunt) August 27, 2023
यहां वायरल वीडियो और आरपीएफ की जांच के बीच कई सवाल उठ रहे हैं. आरपीएफ की अधिकारियों को भेजी गयी रिपोर्ट के अनुसार पोस्ट कमांडर के आदेश पर एसआई राजवीर कुमार, एएसआई एके पांडे, एसके पांडे, कांस्टेबल पीके झा, एके पटेल आदि ने सर्च अभियान चलाया और गांव के कुछ लोगों से बात भी की. इसमें चोरी की बात का पता नहीं चल सका.
आरपीएफ की रिपोर्ट के विपरीत स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव से कुछ लोगों हिरासत में लिया गया है जिसका खुलासा अब तक आरपीएफ ने नहीं किया है. आरपीएफ की टीम लगातार कोयला बरामद करने व मामले के उदभेदन का प्रयास कर रही है. हालांकि अब तक इसके सफलता नहीं मिली है. इस बीच बस्ती से पकड़े गये लोगों के परिजनों ने मंगलवार 29 अगस्त 2023 को आरपीएफ पोस्ट पहुंचकर परिजनों की जानकारी लेने का प्रयास किया.
वायरल वीडियो में यह स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है कि मालगाड़ी पर कोयला उतारने में बस्ती का युवक ”माना” शामिल है. उसकी पहचान वीडियो में की गयी है. यह ‘माना’ कौन है और कहा रहता है इसकी तफ्दीश की जा रही है. कहा यह भी जा रहा है कि यहां हमेशा से कोयला उतारा जाता रहा है सिर्फ चोरों ने अपना तरीका बदल दिया है.
पहले लोग मालगाड़ी से नीचे तिरपाल बिछाकर कोयला गिराते थे. इसमें बड़ी मात्रा में कोयला रेलवे ट्रैक किनारे गिरा रह जाता था जो बाद में साक्ष्य बन जाता था. इसलिए चोरों अब चोरी का तरीका बदल दिया है. अब मालगाड़ी पर चढ़कर बोरियों में कोयला भरकर उसे बांधकर नीचे गिरा दिया जाता है. इससे कोयला उठाकर ले जाने में आसानी होती है और इसका पता आसानी से नहीं चल पाता. यही कारण है कि रातों-रात चोरी का कोयला खपा दिया गया और अब आरपीएफ हाथ मल रहा है.
हालांकि कोयला-लोहा समेत इलाके में रेल संम्पत्ति की चोरी में यहां कई गिरोह के लोग सक्रिय हैं. लेकिन बीते पांच साल में सबसे अधिक चर्चित नाम एक भाजपा नेता का रहा है, जिस पर रेलवे संपत्ति की चोरी कराने के आरोप लगते रहे हैं. वह पदाधिकारी भी है. आरपीएफ पहले भी इस नेता को जेल भेज चुकी है. हालांकि यहां एक झामुमो नेता को भी रेलवे संपत्ति की चोरी में जेल भेजा गया था.
स्थानीय लोगों की माने तो बीते पांच साल में भाजपा के इस नेता ने कुछ अन्य सहयोगियों के साथ रेलवे संपत्ति की चोरी से अकूत संपत्ति अर्जित की है. इन पांच साल में उनके रहन-सहन में अचानक बड़ा बदलाव लोगों व सहयोगियों ने महसूस किया है. यह टाल संचालक भी है और आरपीएफ के लोगों के साथ इसके दोस्ताना संबंध की बात कही जा रही है. यह बताया जा रहा है कि इसका लोहा टाल में कई साल से संचालित है.
विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है….