- रेलवे जोन से लेकर डिवीजन तक अधिकारियों के स्वागत की परंपरा तेज़ हुई है
Chakradharpur. चक्रधरपुर रेलमंडल में प्रशासनिक तौर पर बड़े बदलाव बीते दिनों किये गये हैं. यहां के सीनियर डीओएम गजराज सिंह को नया सीनियर डीसीएम बनाया गया है तो सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक का तबादला दक्षिण पूर्व रेलवे मुख्यालय में बतौर जीएम/पीए कर दिया गया है. वहां से विनीत कुमार को गजराज सिंह की जगह चक्रधरपुर का नया सीनियर डीओएम बनाकर भेजा गया है.
तबादला आदेश के बाद सीनियर सीसीएम के रूप में गजराज सिंह और सीनियर डीओएम विनीत कुमार ने प्रभार ले लिया है. 19 अप्रैल को रेलवे मेंस यूनियन की ओर से मंडल संयोजक मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में रनिंग ब्रांच के प्रेसिडेंट एसके फरीद, चक्रधरपुर ब्रांच के ब्रांच प्रेसिडेंट रमाशंकर एवं ब्रांच अध्यक्ष हैदर इमाम, टाटा ब्रांच -1 के प्रेसिडेंट एसएन शिव, कोषाध्यक्ष एस महेश अधिकारियों मिलने पहुंचे और उनका पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया.
सीनियर डीओएम विनीत कुमार के साथ यूनियन नेता
परिचय के बीच वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक ने कर्मचारियों के साथ अच्छा व्यवहार रखने और किसी को बिना कारण परेशान नहीं करने का आश्वासन दिया. लगे हाथ उन्होंने चक्रधरपुर रेलमंडल को पिछले साल के मुकाबले इस साल लोडिंग-अनलोडिंग में नया कीर्तिमान स्थापित करने का संकल्प लिया, जिसमें यूनियन पदाधिकारियों ने सहयोग करने की बात दोहरायी. उन्होंने कर्मचारी समस्याओं का जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया. हालांकि यूनियन की ओर से कोई मांग पत्र अभी दोनों पदाधिकारियों को नहीं सौंपा गया है.
हालांकि रेलमंडल में अधिकारियों के स्वागत और मुलाकात की औपचारिकता पूरी करने में मेंस यूनियन से आगे मेंस कांग्रेस रही. रेलवे जोन से लेकर डिवीजन तक यूनियन नेताओं में आने वाले अधिकारियों के स्वागत करने की परंपरा इन दिनों तेज हो गयी है. यूनियन सर्किल में इसका कारण यह बताया जाता है कि बदलने दौर में रेल प्रबंधन के साथ अधिकतम समन्वय बनाकर ही कर्मचारी हित में निर्णय कराये जा सकते हैं. इसके लिए रेल प्रबंधन के अधिकारियों और यूनियन नेताओं के बीच व्यक्तिगत स्तर पर भी मजबूत संबंध का होना सोने पर सुहागे के समान होता है. नयी पदस्थापना के बाद अधिकारियों का स्वागत एक परिचयात्मक शुरुआत होती है जो समय के साथ एक-दूसरे के आचार-व्यवहार से नयी दिशा और गति पाती है.
लेकिन कर्मचारियों के बीच स्वागत को लेकर नेताओं की इस सक्रियता को उनके निजी एजेंड से जोड़कर भी देखा जा रहा है. कहने वाले यह भी कह रहे कि संगठन की आड़ में अपने व्यक्तिगत एजेंडा काे पूरा करने के लिए स्वागत समारोह के जरिय यूनियन नेता अपनी राह आसान करने प्रयत्न करते है. बहरहाल कारण जो भी हो लेकिन इस स्वागत और बधाई को लेकर रेल महकमे में कयासों और चर्चाओं का बाजार तेज है.