- रेलहंट की शिकायत पर सक्रिय हुआ रेलवे, एसीएम ने राउरकेला में चलाया औचक अभियान
- स्टेशन पर अवैध गतिविधियों का पकड़ा जाना वहां के अधिकारियों की क्या नाकामी नहीं है !
#Illegal_vending_in_CKP_Division . चक्रधरपुर रेलमंडल के विभिन्न स्टेशनों पर चल रही अवैध वेंडिंग और यात्रियों को बेची जाने वाली खाद्य सामग्री की जांच को लेकर रेलवे की टीम हरकत में आ गयी है. लगातार मिल रही शिकायतों पर डीआरएम चक्रधरपुर एजे राठौड़ ने कड़ी कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है. डीआरएम के आदेश पर तत्काल हरकत में आयी वाणिज्य विभाग की टीम गुरुवार 2 मई 2024 को एसीएम विनीत कुमार की अगुवाई में राउरकेला पहुंच गयी. टीम ने दिन भर स्टेशन पर जांच का अभियान चलाया. टीम ने खान-पान सेवाओं की गुणवत्ता को भी परखा. हालांकि टीम के आने की खबर पहले से मिल जाने से अवैध वेंडर तो फरार हो गये लेकिन अनियमितता को लेकर एक स्टॉल को पंच कर दिया गया जबकि एक पर जुर्माना लगाने के साथ चेतावनी की कार्रवाई की गयी है.
रेल प्रशासन की जांच में यह साफ हो गया है कि राउरकेला में अवैध गतिविधियां संचालित है और इसे लेकर स्पष्ट संकेत भी दिया गया है कि किसी भी कीमत पर यात्रियों को नुकसान और रेलवे की प्रतिष्ठा को हानि पहुंचाने वाले गतिविधियां संचालित नहीं होने दी जायेगी. यह बताया जाता है कि सीआर कैटरिंग के इस स्टॉल पर पहले भी अनियमितता पकड़ी गयी थी. एसीएम विनीत कुमार ने जांच में दो स्टॉलों में गड़बड़ी मिलने पर सीधी कार्रवाई की है और इसकी सूचना मीडिया को भी जारी की है. एसीएम ने अपनी सूचना में स्पष्ट किया है कि एक स्टॉल से 2580 रुपये मूल्य की अनाधिकृत सामान मिला है जिसे बेचने के लिए स्टॉल संचालक को लाइसेंस नहीं था. हालांकि जब्त ब्रांडेड सामग्री हानिकारण नहीं मानी गयी है. अभियान में एसीएम विनीत कुमार के साथ, बंडामुंडा एआरएम हर्षित उरांव, राउरकेला सीआई अतुल कुमार आदि शामिल थे.
SER : अवैध वेंडरों पर नकेल कसने की तैयारी, कई स्तर पर चल रही जांच, निशाने पर आरपीएफ !
राउरकेला के स्टॉल से बरामद सामग्री को जब्त कर आरपीएफ को सौंप दिया गया है. इसके साथ ही जांच की प्रक्रिया पूरी होने तक स्टॉल को बंद करा दिया गया है. एसीएम विनीत कुमार ने अपने बयान यह भी स्पष्ट किया है कि अब किसी भी कीमत पर यात्रियों को नुकसान और रेलवे की प्रतिष्ठा को हानि पहुंचाने के मामले में समझौता नहीं किया जायेगा. रेलवे सूत्रों के अनुसार अब कॉमर्शियल अधिकारी सीसीटीवी फुटेज से अवैध वेंडरों की गतिविधियों की मॉनिटरिंग करने की योजना बना रहे हैं. ऐसा माना जाता रहा है कि स्टेशन पर किसी भी अवैध गतिविधि को सीसीटीवी से चिह्नित कराना आसान है, इसके बावजूद कई स्टेशनों पर अवैध वेंडरों की अवैध गतिविधियां जारी है, इसके लिए जिम्मेदारी तय करने की मांग उठायी जाती रही है.
SER जोन से लेकर CKP डिवीजन में अवैध वेंडिंग और खाने की गुणवत्ता को लेकर ऑन द स्पॉट कार्रवाई शुरू किये जाने के पीछे बीते दिनों यशवंतपुर-गोरखपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में अंडा-करी व अंडा बिरयानी खाकर 50 से अधिक अधिक यात्रियों की तबीयत खराब होने की खबर बड़ा कारण बनी है. यह घटना गुरुवार 25 अप्रैल 2024 की है जो देश के सभी अखबारों की सुर्खियां तक बनी थी. इसके बाद रेलहंट ने अपनी रिपोर्ट में जोन के बड़े स्टेशनों पर बिरयानी की अवैध बिक्री का खुलासा करते हुए चिंता जतायी थी. रेल प्रशासन को भी इसे लेकर अलर्ट किया गया था कि समय रहते इन मामलों को रोका जाये वरना बड़ी घटना का गवाह टाटानगर और राउरकेला स्टेशन बन सकते हैं.
अवैध वेंडिंग के लिए हमेशा से ही आरपीएफ व कॉमर्शियल एक-दूसरे की ओर इशारा करते रहे है. डीआरएम/चक्रधरपुर व सीनियर डीसीएम के सख्त आदेश के बाद कॉमर्शियल ने अपना अभियान शुरू कर दिया है. राउरकेला और टाटा जैसे बड़े स्टेशनों पर भी आरपीएफ के नये प्रभारियों ने भी प्रभार संभाल लिया है. ऐसे में यह माना जा रहा है कि यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता में रखकर अवैध वेंडरों और ट्रेन से लेकर स्टेशन खान-पानी की सामग्री की जांच को गंभीरता से लेकर रेलवे अभियान चलायेगी. हालांकि यहां बड़ा सवाल यह है कि किसी भी स्टेशन पर अवैध गतिविधियों का पाया जाना किसकी नाकामी दर्शाता है ? इसके लिए कौन लोग जिम्मेदार है? ऐसे लोगों पर क्या कार्रवाई की गयी है ?
रेलहंट का प्रयास सच को सामने लाना मात्र हैं. सभी प्रतिक्रियाओं का स्वागत करते हैं ताकि हर पक्ष की बात सामने आ सके . अपना पक्ष या अपनी प्रतिक्रिया इस मेल आईडी – railnewshunt@gmail.com अथवा वाट्सएप नंबर +91 9905460502 पर भेजें.