- छपरा आरपीएफ पोस्ट इंचार्ज शाहनवाज हुसैन तथा एएसआई बीरेंद्र पांडेय पर भी हुई कार्रवाई
पटना. पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा स्टेशन पर आरपीएफ की वर्दी को कुछ अफसर व जवानों ने दागदार कर दिया है. 29 अक्टूबर की रात घर से भागकर आयी 18साल की युवती के साथ अफसर व जवानों ने स्टेशन स्थित आरपीएफ पोस्ट में ही दुष्कर्म किया. घटना सोमवार 29 अक्टूबर रात की है. रात सात बजे युवती छपरा जंक्शन के बाहरी इलाके में मिली थी जिसे आरपीएफ के जवानों ने रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट पहुंचा दिया था. इसके बाद चाइल्ड लाइन को सूचना दी गयी. चाइल्ड लाइन में तैनात कर्मी ने किशोरी को यह कहकर अपने पास नहीं रखा कि कोई महिला कर्मचारी नहीं है. इसके बाद जवानों ने रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने एक महिला कांस्टेबल के आवास पर ले जाकर लिखित रूप से युवती को सुपुर्द दिखा दिया, लेकिन वहां रखने की जगह आरपीएफ पोस्ट के उपनिरीक्षक कक्ष में ले आये. आरोप है कि रात में किशोरी के साथ आरपीएफ के जवान ने दुष्कर्म किया.
प्रथम दृष्टया आरोप सही पाये जाने पर सीनियर कमांडेंट के आदेश पर प्रभारी निरीक्षक समेत छह जवानों को निलंबित कर दिया गया. किशोरी के बयान पर हेड कांस्टेबल अशोक कुमार सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. महिला थाना की पुलिस ने आरोपी हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया. किशोर के अनुसार वह सीवान की रहने वाली है और उसकी शादी जबरन गोपालगंज के एक युवक से करा दी गयी थी.
आरपीएफ जवान की इस करतूत ने पूरे आरपीएफ महकमे की छवि को दागदार बना दिया है. वाराणसी मंडल के सीनियर कमांडेंट ने बलात्कार के संदिग्ध आरोपी कांस्टेबल अशोक कुमार सिंह, लड़की को प्लेटफार्म से लाकर एएसआई बीरेंद्र पांडेय को सुपुर्द करने वाली महिला कांस्टेबल रश्मि कश्यप, डायरी राइटर शिवाजी यादव और ऑन ड्यूटी कांस्टेबल ओ. एस. सिंह को निलंबित कर दिया है. इसके अलावा लापरवाही एवं गैर-जिम्मेदारी के आरोप में छपरा आरपीएफ पोस्ट इंचार्ज शाहनवाज हुसैन तथा गैर-कानूनी रूप से युवती को कस्टडी में लेने के लिए एएसआई बीरेंद्र पांडेय को भी निलंबित कर दिया है.