- पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन के मुख्य संरक्षा अधिकारी करेंगे उच्च स्तरीय जांच
BHABHU ROAD. मथुरा-हावड़ा-चंबल एक्सप्रेस (12178) के भभुआ स्टेशन के समीप सिग्नल ओवरशूट करने के मामले में रेल प्रशासन ने दोनों चालकों को पहले निलंबित फिर बर्खास्त कर दिया है. पीडीडीयू मंडल के सीनियर डीसीएम/जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी है.
लोको पायलट मातिम राम व सहायक चालक सुरेश उरावं धनबाद रेलमंडल के हैं, घटना की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनायी गयी है. यह जांच पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन के मुख्य संरक्षा अधिकारी करेंगे.
दरअसल सोमवार 21 अगस्त की रात रात लगभग 11.15 बजे मथुरा से हावड़ा जा रही मथुरा-हावड़ा-चंबल एक्सप्रेस (12178) पंडित दीनदयाल उपाध्याय डिवीजन के भभुआ स्टेशन के पास लाल सिग्नल को पार कर गयी. उस समय ट्रेन की रफ्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटे की. सिग्नल ओवरशूट करने की जानकारी भभुआ स्टेशन मास्टर ने वॉकीटॉकी पर चालकों को दी. इसके बाद दोनों को सिग्नल ओवरशूट की जानकारी मिली और इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका गया.
देर से ब्रेक लगाने के कारण ट्रेन रेड सिग्नल से आगे बढ़ गई. मामले की जांच उच्च स्तरीय कमेटी को सौंपी गई है. दोषी लोको पायलट और सहायक चालक को बर्खास्त कर दिया गया है. जांच में आगे जो दोषी मिलेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.
दीपक कुमार, सीनियर डीसीएम/जनसंपर्क अधिकारी, पीडीडीयू मंडल
तेज रफ्तार ट्रेन के आठ कोच रेड सिग्नल को पार कर लूप लाइन में पहुंच चुके थे. यह गनीमत रही कि लूप लाइन में कोई ट्रेन नहीं थी, अन्यथा बड़ा हादसा तय था. हालांकि बताया जा रहा है कि चंबल एक्सप्रेस को सिग्नल ओवरशूट करते देखकर भभुआ स्टेशन मास्टर ने लाइन बदल दी क्योंकि उसी लाइन पर पहले से बीकानेर-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस खड़ी थी.
इस तरह एक बार फिर से बालासोर हादसे दोहराने की घटना बची गयी. हालांकि घटना के तत्काल बाद रेलवे के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे गये. सिग्नल ओवरशूट को रेलवे में गंभीर चूक माना जाता है. अधिकारियों ने तत्काल धनबाद मंडल के लोको पायलट मातिम राम व सहायक चालक सुरेश उरावं को ट्रेन से नीचे उतार दिया. इसके बाद दूसरे क्रू से ट्रेन को आगे रवाना किया गया.
इस घटना के बाद दो घंटे तक ट्रेन स्टेशन पर रुकी रही. बताया जाता है ट्रेन चालकों और ट्रेन मैनेजर का ब्रेथ एनाइजर टेस्ट भी कराया गया. मौके पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय के डीआरएम राजेश गुप्ता, पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन व पीडीडीयू मंडल के अधिकारी भी पहुंच गये थे. पूरे प्रकरण की जांच पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन के मुख्य संरक्षा अधिकारी को दी गयी है. इस लापरवाही के लिए लोको चालक और सहायक चालक को बर्खास्त कर दिया गया है.
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