जमशेदपुर से धमेंद्र. चक्रधरपुर रेल मंडल के डीएफएम अनुराग गौरव का तबादला कर दिया गया है. गौतम ने बीते साल 10 अक्टूबर को रेलमंडल में सीनियर डीएफएम का प्रभार लिया था. उनका मंडल में एक साल भी पूरा नहीं हुआ और उन्हें गार्डेनरीच मुख्यालय में स्टेटिक विभाग में भेजा गया है. वह पहले दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्यालय गार्डेनरीच में ही डिप्टी एफ एंड सीओ कंस्ट्रक्शन थे. यहां से उन्हें चक्रधरपुर रेलमंडल का सीनियर डीएफएम बनाकर भेजा गया था. अनुराग इंडियन रेलवे एकाउंट्स सर्विस 2010 बैच के अफसर है जिन्होंने 2014 में रायपुर रेल मंडल में एडीएफएम से सेवा शुरू की थी. कार्यकाल के बीच में ही अनुराग गौरव का तबादला आदेश जारी होने को लेकर रेलवे के आला अधिकारी भी चुप्पी साधे है. एफएनसीओ ने भी अनुराग के तबादले पर किसी टिप्पणी करने से इनकार किया है.
हालांकि अनुराग गौरव के तबादले के बाद विभागीय महकमे में दो तरह की चर्चाएं तेज है. एक और यह बताया जा रहा है कि सीनियर डीएफएम के पद पर एक साल की अवधि में अनुराग ने कई ऐसे अनियमितता वाली फाइलों को रोककर जांच की दीवार खड़ी कर दी थी जो अभियंता व ठेकेदारों के लिए बड़ी परेशानी बन गयी थी. बिल रोके जाने से कई ठेकेदार विचलित थे और इसके लिए दिल्ली तक अनुराग के खिलाफ लामबंदी की गयी थी. इसमें मंत्रालय को सीनियर डीएफएम द्वारा बिलों को रोके जोन के पीछे अनुराग गौरव के निहितार्थ भी बताये गये थे. इसे उनके अचानक तबादले का आधार मना जा रहा है. हालांकि इस पूरी प्रक्रिया में अब तक किसी शिकायत अथवा जांच की बात सामने नहीं आयी है.
दूसरी ओर महकमे में इस बात की भी चर्चा है कि कही अनुराग गौरव अपने ही विभागीय लॉबी और गुटबाजी का तो शिकार नहीं बन गये. दक्षिण पूर्व रेलवे में वर्तमान में फूल फेज में कोई जीएम नहीं है. ऐसे में एक साल के अंदर ही अचानक अनुराग को चक्रधरपुर मंडल से वापस मुख्यालय बुलाये जाने के पीछे का क्या सच है? सीनियर डीएफएम के तबादले को लेकर कई स्तर पर सवाल उठ रहे है ? कही उपरी स्तर पर किसी चहेते पदाधिकारी की तैनाती के लिए तो यह जगह खाली नहीं की गयी? अनुराग की कार्यप्रणाली मुख्यालय के अधिकारियों को तो नहीं खटक रही थी? या मंत्रारालय के हस्तक्षेप पर आनन-फानन में यह व्यवस्था दी गयी? बहरहाल जो भी होगा जल्द सामने आ ही जायेगा फिलहाल अनुराग गौरव की जगह डीएफएम मूर्ति को चार्ज सौंपने का आदेश दिया गया है. अभी यह भी स्पष्ट नहीं है कि यह व्यवस्था कब तक रहेगी.
सौगत मित्रा को पदोन्नति, बने मंडल वाणिज्य प्रबंधक
चक्रधरपुर रेलमंडल के एसीएम (सहायक वाणिज्य प्रबंधक) सौगत मित्रा को प्रोन्नति के बाद चक्रधरपुर में ही मंडल वाणिज्य प्रबंधक बनाया गया है. श्री मित्रा चक्रधरपुर में एसीएम के पद पर कार्यरत थे. रेलमंडल के डीसीएम बी प्रशांता कुमार का तबादला खड़गपुर में डीआेएम के पद पर किया गया है. वहीं आद्रा के अभिनव सिद्धार्थ को चक्रधरपुर का एसी बनाया गया है. सौगत मित्रा 2014 से चक्रधरपुर में एसीएम थे.