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चक्रधरपुर : जांच अधिकारी हो रहे ब्लैकमेल ! वेंडरों के आगे नतमस्तक मंडल रेल प्रशासन

चक्रधरपुर : जांच अधिकारी हो रहे ब्लैकमेल ! वेंडरों के आगे नतमस्तक मंडल रेल प्रशासन
टाटानगर स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर स्टॉल लगाकर सामान बेचता वेंडर
  • वेंडिंग लाइसेंस रद्द करने वाले एसीएम ने बिना जांच पूरी किये ही रिस्टोर कर दिया KMAका लाइसेंस 
  • कैटरिंग इंस्पेक्टर के खिलाफ शिकायत की हो गयी लीपापोती, फिर से लाइसेंस रिन्यूअल की तैयारी 
  • टाटा और राउरकेला स्टेशन पर अवैध वैंडरों की धमाचौकड़ी पर आरपीएफ के तर्क हो रहे बेमानी 

झूठों ने झूठों से कहा है, सच बोलो,
सरकारी ऐलान हुआ है सच बोलो,

अंदर झूठों की एक मंडी है,
दरवाजे पर लिखा हुआ है सच बोलो।

JAMSHEDPUR. मशहूर शायर राहत इंदौरी ने प्रशासनिक व्यवस्था की पोल, खोलते हुए यह शेर लिखा था. फिलहाल यह चक्रधरपुर रेलमंडल प्रशासन और अधिकारियों की मन:स्थिति पर सटीक साबित हो रहा है. रेलमंडल के दो बड़े स्टेशनों टाटानगर और राउरकेला में अवैध वेंडिंग की लगातार शिकायतें मिल रही है. यहां दो अलग-अलग कैटरिंग यूनिट को स्टेशन पर वेंडिंग का लाइसेंस दिया गया. शर्त थी रात 10 से सुबह पांच बजे तक वेंडिंग नहीं की जायेगी. मात्र चार वेंडर ही स्टेशन पर मूवमेंट करेंगे जो वर्दी और परिचय पत्र से लैस होंगे. इसकी सूचना आरपीएफ को दी जायेगी. वेंडर ट्रेनों की बोगियों के भीतर किसी भी हाल में नहीं जायेंगे.

लेकिन हुआ उलटा, टाटानगर में नीली और राउरकेला में लाल वर्दी में स्टेशनों पर वेंडर ही वेंडर नजर आने लगे. 04 की जगह 25 से अधिक वेंडर स्टेशन ही नहीं ट्रेनों के भीतर फेरी करने लगे. वह भी 24 घंटे. न कोई जांच न ही कोई रोक-टोक. कॉमर्शियल के अधिकारी मौन रहे, आरपीएफ भी सिस्टम बनाकर चलता रहा. अचानक टाटानगर में ऐसा कुछ हुआ कि लाइसेंसी KMA फूड ट्रैक के खिलाफ शिकायतों की जांच की गयी. कैटरिंग इंस्पेक्टर और कॉमर्शियल इंस्पेक्टर की जांच रिपोर्ट में अनियमितता की पुष्टि होने के बाद एसीएम चक्रधरपुर ने फूड ट्रैक के वेंडिंग लाइसेंस को रद्द कर दिया.

लाइसेंस रद्द होते ही KMA फूड ट्रैक के मैनेजर ने कैटरिंग इंस्पेक्टर/टाटा पर अवैध डिमांड पूरी नहीं करने के कारण उनके खिलाफ साजिशन कार्रवाई करने के गंभीर आरोप लगाते हुए साक्ष्य के साथ शिकायत सीनियर डीसीएम/सीकेपी को भेज दी. एक सीआई को इसकी जांच का जिम्मा सौंपा गया. इस जांच में बाद में टाटा के कॉमर्शियल इंस्पेक्टर को भी शामिल कर लिया गया. इस शिकायत के बाद टाटानगर में काॅमर्शियल के लोग बचाव की मुद्दा में आ गये. फिर वेंडिंग लाइसेंस रद्द हाेने बावजूद KMA फूड ट्रैक के नाम पर बड़ी संख्या में अवैध वेंडर स्टेशन पर दिन-रात वेंडिंग करने लगे. आलम यह रहा कि स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर स्टॉल लगाकर तो ट्रेनों के भीतर जाकर KMA की वर्दी में लोग सामान बेचने लगे लेकिन किसी अधिकारी ने उफ् तक नहीं किया. (रेलहंट के पास इसके प्रमाण मौजूद हैं)  

हर दिन अवैध वेंडिंग की शिकायतें चक्रधरपुर रेलमंडल के अधिकारियों तक पहुंच रही थी. इस बीच लाइसेंस रद्द करने की अनुशंसा करने वाले एसीएम ने चल रही जांच प्रक्रिया के पूरी हुए बिना ही KMA फूड ट्रैक का वेंडिंग लाइसेंस आश्चर्यजनक रूप से फिर से बहाल कर दिया. तब ऐसी बात चर्चा में आयी कि टाटानगर के कई स्टॉल संचालक रेलमंडल के आला अधिकारियों के सीधे संपर्क में होते है, ऐसे में उनकी अनियमितताओं को स्टेशन के इंस्पेक्टर नजर अंदाज करते हैं. 2 मई 2023 को KMA फूड ट्रैक का वेंडिंग लाइसेंस समाप्त हो गया लेकिन स्टेशन पर नीली वर्दी में अवैध रूप से दर्जनों वेंडरों को फेरी करते देखा जा सकता है. ये लोग कौन है इसका जबाव न तो आरपीएफ के पास है न ही कॉमर्शियल के पास.

तमाम अनियमितताओं और वेंडिंग लाइसेंस के नियमों तो तोड़ने के बावजूद चक्रधरपुर रेलमंडल फिर से KMA को वेंडिंग लाइसेंस देने के आवेदन पर विचार कर रहा है. कैटरिंग इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच आपसी समझौते के बाद ठंडे बस्ते में डाल दी गयी है. तो क्या जांच अधिकारी के ब्लैकमेल होने के बाद मंडल रेल प्रशासन वेंडरों के आगे पूरी तरह नतमस्तक हो गया है ? या KMA की तमाम अनियमितताओं को नजरअंदाज करने पीछे अधिकारियों की बेचैनी का कारण कुछ और ही है ?

फिर भी सवाल तो हैं…  

जब कोई लाइसेंस नहीं है तो हर दिन बेखौफ वेंडिंग करने वाले कौन लोग है ?

आरपीएफ इन्हें रोक क्यों नहीं रहा है ? कॉमर्शियल के लोग क्यों मौन हैं ?

KMA को प्लेटफॉर्म पर स्टॉल लगाकर सामान बेचने का अधिकार किसने दिया ?

जांच प्रक्रिया के बीच KMA के वेंडिंग लाइसेंस को पुर्नबहाल कैसे कर दिया गया ?

वेंडिंग लाइसेंस की आड़ में अवैध वेंडिंग पर रोक लगाने के लिए क्या पहल की गयी ?

घोर अनियमितता के बावजूद KMA के वेंडिंग लाइसेंस देने की बेचैनी क्यों है ?

अवैध-वैध के बीच यात्रियों की सुरक्षा व स्वास्थ्य को किसके भरोसे छोड़ दिया गया ?

कुछ ट्वीट व फोटो 

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