KOLKATTA : चक्रधरपुर रेल मंडल ने शत प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है. मंडल में 809 किमी मार्ग का विद्युतीकरण हो चुका है. अपर मंडल रेल प्रबंधक विनय कुजूर ने मीडिया को संबोधित करते हुए मंगलवार 14 मार्च 2023 को यह खुलासा किया.
एडीआरएम ने कहा कि कहा कि हर साल डिवीजन 35 करोड़ रुपये इंधन पर खर्च कर रहा था. विद्युतीकरण कार्य पूरा होने से इस राशि की बचत होगी. उन्होंने बताया कि यह ऊर्जा खपत को कम करेगा और कार्बन उत्सर्जन में भी कमी लायेगा.
उन्होंने बताया कि डिवीजन में इंजन से होने वाला कार्बन उत्सर्जित शुन्य हो गया है. इसके साथ ही विद्युतीकरण से रेलवे की सिग्नल प्रणाली के साथ संरक्षा भी मजबूत हुई है. इसका असर ट्रेनों के रफ्तार पर पड़ेगा.
यह भी पढ़ें : खड़गपुर डिवीजन ने ब्रॉड गेज विद्युतीकरण में हासिल किया 100% का टारगेट
एडीआरएम ने कहा कि रेलवे मिशन मोड में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण की ओर बढ़ रही है. डीजन इंधनों के रखरखाव पर विद्युत लोको से अधिक खर्च आता है. नये लक्ष्य से रेलवे को लाभ होने के साथ कर्बन उत्सर्जन कम करने में भी मदद मिली है.
मालूम हो कि SER का खड़गपुर डिवीजन भी ब्रॉड गेज नेटवर्क के 100% विद्युतीकरण का लक्ष्य हासिल कर चुका है. खड़गपुर डीआरएम एमएस हाशमी ने मीडिया से बातचीत में बताया था कि भारतीय रेलवे दुनिया का सबसे बड़ा हरित रेलवे बनने के लिए मिशन मोड में काम कर रहा है और 2030 से पहले “शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जक” बनने की ओर बढ़ रहा है.