- चुनाव से पूर्व रेलकर्मियों को खुश करने से 2.50 फीसदी बढ़ जायेगी परिचालन लागत
- रेलवे पर सालाना 1,225 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ आयेगा
नयी दिल्ली. भाजपा की नेतृत्व वाली केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार आसन्न लोकसभा के चुनावी रेल पर सवार हो गयी हैु. केंद्र सरकार ने नाराज केंद्रीय कर्मचारियो को चुनाव से पूर्व अपने पाने में करने के लिए रेलवे के रनिंग कर्मचारियों के अलाउंस को बढ़ाने का निर्णय लिया है. यह मांग लंबे समय से रेलवे के फेडरेशन समेत रेलकर्मी कर रहे थे. नयी पेंशन स्कीम को लेकर बढ़ते दबाव के बीच केंद्र सरकार ने बड़ी संख्या में रेलकर्मियों को अपने पाले में करने के लिए बड़ा निर्णय चुनाव से पूर्व लिया है. इससे रेलवे पर सालाना 1,225 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ आयेगा. जाहिर है रेलवे का परिचालन खर्च भी इससे बढ़ेग.
रेलवे गार्ड, लोको पायलट और सहायक लोको पायलट के रनिंग भत्ते को दोगुने करने के निर्णय का स्वागत रेलवे के सभी फेडरेशन ने किया है. माना जा रहा है कि रेलवे का परिचालन अनुपात 2.50 फीसदी बढ़ जायेगा. नवंबर, 2018 में भारतीय रेल का परिचालन अनुपात सर्वाधिक 117.05 फीसदी पर पहुंच चुका है. इसका मतलब यह है कि भारतीय रेल को प्रति सौ रुपये कमाने के लिए 117.05 रुपये खर्च करने पड़े. यह उसकी वित्तीय स्थिति का संकेतक माना जा सकता है. रेल परिचालन में मदद करने वाले लोको पायलट, सहायक लोको पायलट तथा गार्ड को रेलवे का ‘रनिंग स्टॉफ’ कहा जाता है. अभी तक इन्हें प्रति सौ किलोमीटर चलने पर करीब 255 रुपये की दर से ‘रनिंग भत्ता’ दिया जाता है. इसे अब बढ़ाकर करीब 520 रुपये कर दिया गया है.
इस वृद्धि से भत्तों का खर्च अभी के करीब 1,150 करोड़ रुपये से बढ़कर करीब 2,375 करोड़ रुपये पर पहुंच जायेगा. संशोधित दरों को अब मंजूरी के लिए वित्त मंत्रालय के पास भेजा जायेगा. सूत्र ने कहा कि रनिंग कर्मचारी पिछले चार साल से भत्ता बढ़ाने की मांग कर रहे थे. इससे पहले अन्य कर्मचारियों का भत्ता एक जुलाई 2017 को ही बढ़ा दिया गया था, लेकिन रनिंग कर्मचारियों की मांग लंबित थी. यह रेलवे द्वारा अपने कर्मचारियों को दिया गया नये साल का तोहफा है. हालांकि, यह रेलवे के लिए बड़ा बोझ होगा, क्योंकि इससे परिचालन लागत करीब 2.50 फीसदी बढ़ जायेगी.
आदित्यपुर : मेंस यूनियन ने सराहा, कहा-पूरी हुई वर्षों पुरानी मांग
जमशेदपुर. रेलकर्मियों ने केद्र सरकार के रनिंग कर्मियों का अलाउंस बढ़ाने के निर्णय का स्वागत किया है. चक्रधरपुर रेलमंडल के आदित्यपुर में रेलवे मेंस यूनियन ने बैठक कर इस निर्णय पर हर्ष जताया है. यूनियन की आदित्यपुर शाखा में आयोजित बैठक में शाखा सचिव डी अरुण ने कहा कि वर्षों पुरानी मांग को पूरा कर सरकार ने उनकी भावनाओं का ख्याल रखा है. वहीं शाखा उपाध्यक्ष व लोको पायलट मुकेश सिंह ने कहा कि रनिंग कर्मियों के लिए आज की सुबह अच्छी खबर लेकर आयी है. माइलेज रेट लगभग 525 प्रति 100 किलोमीटर तय किया गया है यह लगभग दोगुना है. रनिंग एलाउंस पाने वाले कर्मचारियों में लोको पायलट सहायक लोको पायलट और गार्ड शामिल है. यह मांग लंबे समय से की जा रही थी. मुकेश सिंह ने मांग पूरा होने का श्रेय एआईआरएफ के महासचिव कामरेड शिव गोपाल मिश्रा के नेतृत्व में मेंस यूनियन द्वारा लंबे समय से लड़ी गई लड़ाई को दिया. बैठक में आरके सिंह, सुरेश कुमार, अमित कुमार सहित बड़ी संख्या में रंगकर्मी उपस्थित थे.