मुंबई. शुक्रवार को सीसीटीवी कैमरा से लैस मुंबई-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को चलाया गया. इस ट्रेन के 5 कोच में हाई रिजॉल्यूशन वाले सीसीटीवी लगाए गए. पिछले कुछ सालों में राजधानी एक्सप्रेस में हुई चोरियों को रोकने के लिए यह निर्णय लिया गया था. इसके लिए परीक्षण के तौर पर पहले भी एक कोच में एक सीसीटीवी लगाया गया था लेकिन इस बार ‘इंटरनेट प्रोटोकॉल बेस्ड’ हाई रिजॉल्यूशन वाले कैमरे लगाए गए हैं.
100 कोच में होगी सुरक्षा
पश्चिम रेलवे के पास अभी राजधानी एक्सप्रेस के कुल 5 रेक हैं, जिनके कुल 100 कोच में सीसीटीवी कैमरे लगाने हैं. अभी रेलवे ने 5 कोच में कुल 20 कैमरे लगाए हैं, जिसके लिए 10 लाख रुपये खर्च किए गए हैं. रेलवे ने 2.5 करोड़ रुपये खर्च कर 100 कोच में सीसीटीवी लगाने का फैसला किया है. इसमें हर कोच में 6 सीसीटीवी लगे होंगे. इसके लिए रेलवे टेंडर भी निकाल चुकी है. 6 सीसीटीवी में से चार कैमरे कोच के दोनों गेट पर लगेंगे और अन्य दो कैमरे गलियारे के दोनों छोर पर लगाए जाएंगे. एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सितंबर महीने के अंत तक सभी राजधानी एक्सप्रेस के डिब्बों में सीसीटीवी होंगे.
चेहरों की होंगी पहचान
चेन्नई स्थित इंटिग्रल कोच फेक्ट्री (आईसीएफ) द्वारा तैयार की गई गाइडलाइन के आधार पर राजधानी में चेहरे पहचान करने वाले कैमरे लगाए गए हैं. इनमें हाई रिजॉल्यूशन की तस्वीर खींचने की क्षमता होगी, तथा कम रोशनी में भी ठीक ठाक विडियो रेकॉर्ड करने की सुविधा होगी. इन कैमरों में कंपन की स्थिति में भी तस्वीरें खींचने की क्षमता होगी. आईपी बेस्ड इन सीसीटीवी की तस्वीरें और विडियो हार्ड डिस्क में स्टोर हो जाएंगे, जिन्हें जरूरत के वक्त इस्तेमाल किया जा सकता है. अधिकारी ने बताया कि इनमें लाइव फीड देने की सुविधा नहीं होंगी, लेकिन रेकॉर्डिंग से ही सारा काम हो जाएगा.
‘अब तक राजधानी एक्सप्रेस में कोई पुख्ता सर्विलांस सिस्टम नहीं लगा हुआ था. अब सीसीटीवी लगने से यात्रियों की सुरक्षा मजबूत होगी और किसी वारदात के बाद आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिलेगी.’
-रविंद्र भाकर, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (पश्चिम रेलवे)